अलीगंज में दो पाकिस्तानियों के नाम दर्ज मिली जमीन
जांच के बाद भारत सरकार को सौंपी जाएगी शत्रु संपत्ति जमीन के कुछ हिस्से पर आठ लोगों का कब्जा
जासं, एटा: राजस्व अभिलेखों में अलीगंज क्षेत्र के गांव नदराला में दो पाकिस्तानियों के नाम जमीन दर्ज है। यह जमीन शत्रु संपत्ति के रूप में है, जिसके कुछ हिस्से पर आठ लोगों ने कब्जा भी कर रखा है। प्रशासन इसकी जांच करा रहा है। जांच के बाद यह जमीन भारत सरकार को सौंपी जाएगी।
अलीगंज तहसील में बुधवार को पुराने अभिलेखों की छानबीन कराई गई। एक अभिलेख में पाया गया कि गांव नदराला में पांच बीघा जमीन अजीम खां और उसके पिता सुल्तान खां के नाम दर्ज है। दोनों बंटवारे के दौरान पाकिस्तान चले गए थे। खसरा खतौनी में भी ये जमीन इन्हीं दोनों के नाम दर्ज है।
जब और पड़ताल की गई, तो पता चला कि इस जमीन के कुछ हिस्से ( 0.376 एकड़) पर शकील, मुन्ने खां, भसीन समेत आठ लोगों के नाम यह जमीन आ गई। यह लोग अजीम खां के खानदान वाले बताए जा रहे हैं। इन सवालों के तलाशे जा रहे जवाब
- जब यह शत्रु संपत्ति थी तो जमीन का कुछ हिस्सा खानदानियों के नाम कैसे दर्ज हो गया।
- शेष हिस्सा अजीम खां और उसके पिता के नाम क्यों दर्ज बनाए रखा
- कौन-कौन अधिकारी-कर्मचारियों की रही मिलीभगत मामले की होगी जांच
मामले की गंभीरतापूर्वक जांच की जाएगी। जो जमीन शत्रु संपत्ति है वह स्थानीय लोगों के नाम कैसे आ गई।
-एसपी वर्मा
एसडीएम, अलीगंज ये है नियम
एसडीएम ने बताया कि शत्रु संपत्ति भारत सरकार के अधीन होती है। अगर इस पर कोई अवैध कब्जा कर लेता है तो राज्य सरकार द्वारा कब्जामुक्त कराकर यह जमीन भारत सरकार को सौंप दी जाती है। क्योंकि केंद्र सरकार इसकी कस्टोडियन है। जमीन का स्वामित्व और नियंत्रण भले ही केंद्र का रहता है लेकिन, उसकी देखभाल और रक्षा की जिम्मेदारी राज्य सरकार की होती है।