अच्छी बारिश से एटा में खरीफ की फसल का रकबा बढ़ा
एक महीने में 50 हजार हेक्टेयर आच्छादन में हुई वृद्धि अंतिम समय किसानों ने बढ़ा दिया धान का रकबा
जासं, एटा: खरीफ की फसल को लेकर कृषि विभाग की चिता खत्म हो गई है। 15 जुलाई तक बारिश न होने के कारण किसानों के साथ विभाग भी चितित था, लेकिन अगस्त के अंत तक अच्छी बारिश के चलते लक्ष्य पूरा हुआ है। वहीं धान की फसल को भी वरदान मिल गया। खास बात यह है कि महीनेभर में 50 हजार हेक्टेयर से ज्यादा फसलों का रकबा बढ़कर 108637 हेक्टेयर तक पहुंच गया, जबकि लक्ष्य 103478 निर्धारित किया गया था।
यहां बता दें कि खरीफ की फसलों के लिए 15 जून से ही बुवाई का काम शुरू हो जाता है। इस साल किसानों को जून से ही बारिश का इंतजार रहा, लेकिन मानसूनी बारिश की देरी के कारण जून के अंत तक धान की नर्सरी को मिलाकर फसलों का आच्छादन 12000 हेक्टेयर तक ही पहुंचा। इसके बाद जुलाई में संसाधन वाले किसानों ने फसलें बोने में रुचि दिखाई, लेकिन अन्य किसान आसमान को ही निहारते रहे। बारिश न होने की स्थिति में किसान तथा विभाग की भी चिताएं बढ़ती रही। हाल यह रहा कि 20 जुलाई तक जिले में 57000 हेक्टेयर फसलें ही बोई जा सकी, जिसमें धान का आच्छादन 5000 हेक्टेयर भी नहीं था। 15 जुलाई के बाद जब बारिश शुरू हुई उसी दौरान किसानों ने अन्य फसलों के सापेक्ष धान पर ज्यादातर दांव लगाया। यही वजह रही कि अगस्त के अंत तक जिले में खरीफ की फसलों का आच्छादन लक्ष्य से आगे बढ़ गया। धान की बात की जाए तो जिले में 20186 हेक्टेयर लक्ष्य से अधिक 25 334 हेक्टेयर रकवा पहुंचा है। इसी तरह अन्य फसलें भी लक्ष्य पूरा करने में सफल रही है। जिला कृषि अधिकारी एमपी सिंह का कहना है कि जुलाई के अंत तथा अगस्त में हुई बारिश ने किसानों को काफी राहत दी है। लक्ष्य पूरा हो चुका है और उत्पादन भी अच्छा रहेगा। जुलाई में बारिश का बना रिकार्ड
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भले ही इस साल जुलाई के पहले पखवाड़े में सूखा रहा हो, लेकिन दूसरे पखवाड़े की बारिश ने रिकार्ड बना दिया। इस बार जुलाई की औसत बारिश 330.18 मिलीमीटर, वहीं अगस्त में 19.67 मिलीमीटर बारिश रही है। पिछले साल जुलाई में 135 तथा अगस्त में 178 मिलीमीटर बारिश हुई थी। खरीफ फसलों की आच्छादन स्थिति
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फसल -लक्ष्य -आच्छादन
धान -20186-25334
मक्का-30287-30290
बाजरा-47872-43874
उड़द-1036-1036
मूंग-416 -417
अरहर -2647-2648
मूंगफली-679-680
तिल-355-357