झमाझम बारिश ने खोली नालों की सफाई व्यवस्था की पोल
पहले ही दिन उफने नाले बाजारों में भी जलभराव सड़कों पर पसरा कीचड़ राहगीर हुए परेशान
जासं, एटा: नगर पालिका नालों की सफाई का अभियान चला रही है। दूसरी तरफ झमाझम बारिश ने सफाई व्यवस्था की पोल खोल दी। नाले उफन उठे और सड़कों व गलियों में कीचड़ पसर गया। बाजारों में जलभराव की स्थिति हो गई, राहगीरों को निकलने में तमाम कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।
दोपहर के वक्त गुरुवार को तेज बारिश हुई, जिसकी वजह से पहले से ही चोक पड़े नालों में बारिश का पानी भर गया और गंदा पानी सड़कों पर आ गया। घंटाघर, हाथी गेट, सब्जी मंडी आदि बाजारों में स्थिति यह हो गई कि एक फुट से भी ज्यादा पानी भर गया। यातायात रुका रहा और जिन्हें जल्दी जाना था उनको गंदे पानी से होकर निकलना पड़ा। ठंडी सड़क पर स्थिति यह थी कि मुख्य सड़क के बराबर फुटपाथ पर कीचड़ भरा पड़ा था। नालों में पड़ी पालीथिन निकलकर सड़क तक आ गई।
नन्नूमल चौराहे से लेकर पटियाली गेट तक सड़क उखड़ी पड़ी है, यहां भी हालात खराब रहे। इधर, गलियों में अभी तक नालों की सफाई नहीं हो पाई है वहां भी नाले-नालियां उफनते रहे। बाजारों में सबसे बड़ी कठिनाई यह हुई कि जो नाले दुकानों के छज्जों के नीचे हैं वहां सफाई नहीं हुई है। जीटी रोड के किनारे बड़े नाले हैं, सड़क के बराबर फुटपाथों पर पानी भर गया और लोग अपने प्रतिष्ठानों पर मुश्किल से पहुंच पाए।
ईओ दीप कुमार वाष्र्णेय ने बताया कि पालिका नालों की सफाई के लिए अभियान चला रही है, हमारी कोशिश है कि समय रहते सभी नालों की सफाई हो जाए। टेल तक सफाई न होने का नतीजा:
नालों की टेल तक सफाई नहीं हुई, इसी का नतीजा है कि यह नाले उफन रहे हैं। अगर सतह तक जाकर कीचड़ निकाल दिया होता और पानी की निकासी के साधन कर दिए होते तो शहरवासियों को पहली बारिश के दौरान परेशानी कुछ कम उठानी पड़ती। लेकिन हर बार होता यही है कि ऊपर से ही सफाई कर दी जाती है।
बारिश ने नालों की सफाई की पोल खोल दी है। हकीकत यह है कि टेल तक जाकर कीचड़ नहीं निकाला जा रहा है। शहरवासी इसका दुष्परिणाम भुगत रहे हैं।
- नितिन कुमार कई नाले बंद हैं जो पानी उनमें भर जाता है उसकी निकासी नहीं हो पाती। सफाई से पहले पानी की निकासी की व्यवस्था भी होनी चाहिए, मगर पालिका इस ओर ध्यान नहीं दे रही।
- मोहम्मद अशरफ