देश को तोड़ने का काम कर रहा जातिवाद

देश में जागरूकता लाने के लिए भरपूर प्रयास किए जा रहे हैं फिर भी चंद लोग हैं जो जातिवाद को बढ़ावा दे रहे हैं जबकि कौन नहीं जानता कि जातिवाद राष्ट्र के लिए बड़ा खतरा है। जब-जब हम लोग टुकड़ों में बंटे तो आंच सीधी राष्ट्र पर आई। जागरण संवाद कार्यक्रम में महिलाओं ने जातिवाद पर जमकर प्रहार किए और सवाल उठाया कि जो लोग इसे बढ़ावा दे रहे हैं वे आकर बताएं कि देश का भला कैसे हो सकता है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 19 Apr 2019 11:09 PM (IST) Updated:Sat, 20 Apr 2019 06:12 AM (IST)
देश को तोड़ने का काम कर रहा जातिवाद
देश को तोड़ने का काम कर रहा जातिवाद

एटा, जासं। देश में जागरूकता लाने के लिए भरपूर प्रयास किए जा रहे हैं, फिर भी चंद लोग हैं जो जातिवाद को बढ़ावा दे रहे हैं, जबकि कौन नहीं जानता कि जातिवाद राष्ट्र के लिए बड़ा खतरा है। जब-जब हम लोग टुकड़ों में बंटे तो आंच सीधी राष्ट्र पर आई। जागरण संवाद कार्यक्रम में महिलाओं ने जातिवाद पर जमकर प्रहार किए और सवाल उठाया कि जो लोग इसे बढ़ावा दे रहे हैं वे आकर बताएं कि देश का भला कैसे हो सकता है।

रैवाड़ी मुहल्ले में आयोजित कार्यक्रम में माधुरी गुप्ता बोलीं कि सरकार की जब योजनाएं बनतीं हैं तो वे किसी जाति विशेष के लिए नहीं होती बल्कि सबके लिए होती हैं और उनका लाभ लेने की सब कोशिश करते हैं, तो फिर जातिवाद क्यों होना चाहिए। सैनिक सीमा पर जब सरहद की रक्षा करते हैं और शहीद हो जाते हैं तो सब सैनिकों का खून खौल उठता है। उस समय हमारे सीमा प्रहरी यह नहीं देखते कि किस जाति के सैनिक की शहादत हुई है, सब राष्ट्र के लिए समर्पित होते हैं। इस देश के नेताओं को कम से कम इससे तो सीख लेनी ही चाहिए। बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ की अध्यक्ष रेणू गुप्ता बोलीं कि जब तक जातिवाद का भ्रम नहीं टूटेगा तब तक इस देश को खतरा बना रहेगा। चंद नेताओं ने माहौल खराब कर रखा है, जबकि चुनाव ऐसी प्रक्रिया है जो राष्ट्र की ओर देखते हुए पूरी होनी चाहिए। चर्चा को आगे बढ़ातीं हुईं अलका गुप्ता, विजयलक्ष्मी, अंजली गहलौत, संजू गुप्ता, राजकुमारी, सीमा वाष्र्णेय आदि ने कहा कि चुनाव राष्ट्रीय मुद्दों पर होना चाहिए, हमें सही व्यक्ति को चुनना चाहिए। इस मौके पर उमा पुंढीर, अंजली गुप्ता, विमलेश गुप्ता, नीलम जैन, अमिता सिंह, साधना त्रिपाठी, बबिता दिवाकर, आशा गुप्ता आदि मौजूद रहीं।

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