कृषि बिल लागू होने से नहीं होगा किसी का शोषण
सांसद हरनाथ सिंह ने सीधे संवाद के जरिए किसान नेताओं के सामने रखा पक्ष
एटा, जासं। कृषि बिल का विरोध कर रहे किसान नेताओं को सांसद हरनाथ सिंह यादव ने बिल से संबंधित बातें समझाईं। उन्होंने अपने आवास पर चौपाल लगाई और इसमें आश्वस्त किया कि किसी भी रूप में कृषि बिल किसानों का अहित नहीं कर सकता।
मंगलवार सुबह सांसद ने किसान नेताओं से पूछा कि आप क्यों कृषि बिल का विरोध कर रहे हैं। इस पर इन नेताओं ने अपना-अपना पक्ष रखा। यह नेता अखिल भारतीय किसान यूनियन से जुड़े हुए हैं। इन्होंने कहा कि किसानों को समर्थन मूल्य नहीं मिलेगा, मंडी खत्म हो जाएगी। इस पर सांसद बोले कि कृषि बिल में कहीं भी यह प्रावधान नहीं है कि समर्थन मूल्य नहीं मिलेगा। जैसे अब एमएसपी है वैसे ही आगे भी रहेगी। सरकार ने व्यवस्था की है कि किसी भी किसान की जमीन गिरवी रखकर कोई व्यापारी व्यापार नहीं कर सकेगा। सिर्फ फसल का करार होगा और उसमें भी किसानों को यह छूट है कि अगर उसे कोई समस्या है तो वह अपना करार तोड़ सकता है, लेकिन यह अधिकार कंपनी को नहीं है। मंडी की व्यवस्था भी खत्म नहीं हो रही। बंद होने का भ्रामक प्रचार किया जा रहा है, सच तो यह है कि चाहें कांग्रेस हो या सपा-बसपा, कोई भी किसानों का उत्थान नहीं चाहता, सिर्फ वोट हथियाने के लिए दुष्प्रचार किया जा रहा है। किसानों को आगे आकर असलियत समझनी चाहिए कि कृषि बिल किसानों के विरोध में नहीं है। अखिल भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिल संघर्षी, विवेक, अरविद शाक्य, अनिल सोलंकी, संजीव प्रधान, महेश यादव, आशुतोष कुमार, हाकिम सिंह, सुरेंद्र शास्त्री आदि मौजूद रहे।