गुलजार होगा स्टेडियम, खेलों में आएगी जान

जागरण संवाददाता एटा दो महीने से लॉकडाउन के कारण ठप खेल गतिविधियों के फिर से शु

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 May 2020 09:49 PM (IST) Updated:Mon, 18 May 2020 09:49 PM (IST)
गुलजार होगा स्टेडियम, खेलों में आएगी जान
गुलजार होगा स्टेडियम, खेलों में आएगी जान

जागरण संवाददाता, एटा: दो महीने से लॉकडाउन के कारण ठप खेल गतिविधियों के फिर से शुरू होने की खिलाड़ियों तथा खेल प्रशिक्षकों को आस जगी है। गृह मंत्रालय की गाइडलाइन के बाद स्टेडियम फिर से गुलजार होने तथा घर बैठे खिलाड़ियों को प्रशिक्षण मिल पाने की स्थिति देख वह उत्साहित हो उठे हैं।

यहां बता दें कि कोरोना संक्रमण के कारण लॉकडाउन शुरू होने से पहले ही जिले में स्टेडियम पर ताला लटक गया। उधर खेल गतिविधियां पूरी तरह से बंद होने के कारण खिलाड़ी घरों पर ही रहने को विवश हो गए। उस समय डेढ़ सौ खिलाड़ी स्टेडियम में नियमित प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे थे। लॉकडाउन के दौरान कई राष्ट्रीय व प्रदेश स्तरीय प्रतियोगिताएं रद्द होने के कारण जिले की कई होनहार प्रतिभाओं को झटका भी लगा। पिछले कई सालों एथलेटिक्स, क्रिकेट तथा फुटबॉल में हुनर दिखाते रहे खिलाड़ी प्रतियोगिताएं रद्द होने के कारण निराश भी थे।

इस मध्य घर पर रहकर खिलाड़ियों ने औपचारिक तैयारी जारी रखी, लेकिन उन्हें फिर से प्रशिक्षण और खेल गतिविधियां शुरू होने का इंतजार था। अब लॉकडाउन को लेकर गृह मंत्रालय की नई गाइडलाइन में खिलाड़ियों के चेहरे खिला दिए हैं। ---------

गृह मंत्रालय की गाइड लाइन खेल व खिलाड़ियों के लिए सकारात्मक है। अभी खेल मंत्रालय के निर्देश का इंतजार है। निर्देश मिलने पर स्टेडियम की गतिविधियां शुरू कर खिलाड़ियों को अलग-अलग शिफ्ट के साथ प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाएगी। ग्रीष्मकालीन कैंप भी शुरू हो सकते हैं।

मुहम्मद सिराजुद्दीन, जिला क्रीड़ा अधिकारी, एटा इनका है यह कहना

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लॉक डाउन में खिलाड़ी परेशान रहे। खेलों की नियमित तैयारी सिर्फ व्यायाम तक रही। अब खिलाड़ियों के लिए राहत दी गई है तो फुटबॉल संघ हर साल की तरह नवोदित खिलाड़ियों के लिए निश्शुल्क प्रशिक्षण शुरू कराने पर विचार करेगा। राजीव यादव, सचिव जिला फुटबाल संघ

- लॉकडाउन में तैयारी के बावजूद कई एथलीट खिलाड़ी प्रतियोगिताएं रद्द होने से परेशान हुए। अब राहत दी गई तो कम से कम आगे की तैयारी बरकरार रख सकेंगे। खिलाड़ियों को प्रशिक्षित किया जा सकेगा। सत्येंद्र सिंह सचिव, खो-खो संघ

- इस साल भी अच्छी तैयारी की थी। पूरी उम्मीद थी कि एथलेटिक्स में गोल्ड मेडल पाऊंगी। प्रतियोगिता न होने से निराश हुई, लेकिन अब फिर जी जान से तैयारी करूंगी। नेहा वर्मा, एथलीट

- गृह मंत्रालय का यह अच्छा निर्णय है। कम से कम अच्छे खिलाड़ियों को सफलता के लिए तैयारी और अच्छा प्रशिक्षण अनवरत मिलेगा। दो महीने से तो साल भर की मेहनत पर पानी फिर गया। आलोक कुमार, क्रिकेटर

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