आतंकी हमले में शहीदों को किया नमन
मुंबई में 26/11 को हुए आतंकी हमले में शहीद हुए पुलिस कर्मियों व न
एटा, जागरण संवाददाता: मुंबई में 26/11 को हुए आतंकी हमले में शहीद हुए पुलिस कर्मियों व नागरिकों को गुरुवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने शहर के शहीद स्मारक स्थल पर भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की। एटा आए दिल्ली के संगठन मंत्री चैतन्य पाराशर ने कहा कि प्रत्येक आतंकी हमले के पीछे जो भी आतंकियों का शरणदाता हो और जो भी सहायक हो, उसे निष्पक्षता के साथ चिन्हित करते हुए देशद्रोह की अंतिम सजा मृत्युदंड से दंडित किया जाए। ऐसे परिवारों को देश में मिलने वाली सभी प्रकार की नागरिक सुविधाओं से वंचित किया जाए। कार्यक्रम में राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य कुशल खितौलिया, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य केशव द्विवेदी ने अपने विचार व्यक्त किए। इस मौके पर जिला सह संयोजक पीयूष चौहान, नगर मंत्री शिवा चौहान उर्फ अश्वनी, जिला संगठन मंत्री प्रशांत, सर्जन पचौरी, हर्ष पुंढीर, अर्पित राजा, सुशांत राजपूत, देवप्रताप, अनुज शर्मा, निखिल, राजा, संस्कार दुबे, तुषार वर्मा आदि कार्यकर्ता मौजूद थे।
दो घंटे नहीं किया काम : बिजली निजीकरण प्रस्ताव वापस न होने के विरोध में विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति से जुड़े कर्मचारी दो घंटे तक कार्य से विरत रहे। अधीक्षण अभियंता के कार्यालय पर कर्मचारियों ने धरना प्रदर्शन किया। जिसमें उपभोक्ताओं से कर्मचारियों ने आंदोलन में सहयोग करने की अपील की। विद्युत कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए कहा कि निजीकरण के स्टैंडर्स बिडिग डाक्यूमेंट को निरस्त किया जाए। यदि ऐसा नहीं किया जाता है, तो प्रदेश व्यापी आंदोलन किया जाएगा। धरना प्रदर्शन करते हुए कर्मचारियों ने कहा कि इस आंदोलन में घरेलू उपभोक्ताओं को भी जुड़ना चाहिए। इससे उन्हें निजीकरण के बाद मिलने वाली मंहगी बिजली से समस्या न हो। इसी मौके पर मांग करते हुए कर्मचारियों ने कहा कि केरल केएसईबी की तरह प्रदेश में भी सभी ऊर्जा निगमों का एकीकरण किया जाए। ग्रेटर नोएडा और आगरा का फ्रेंचाइजी करार रद करते हुए सभी बिजली कर्मियों के लिए पुरानी पेंशन प्रणाली लागू की जाए। संविदा कर्मियों को नियमित किया जाए। विरोध प्रदर्शन करने वालों में सुरेन्द्र सिंह, वीरेश यादव, जंट सिंह यादव, राधेश्याम गुप्ता, अजीत उपाध्याय, अर्जुन सिंह, विशाल कुलश्रेष्ठ, अभिषेक उपाध्याय सहित अन्य कर्मचारी मौजूद थे।