महाविद्यालयों में शुरू हुआ औपचारिक शिक्षण

वित्तविहीन महाविद्यालयों में भी शिक्षण कार्य शुरू किए जाने को लेकर कोई दिलचस्पी नहीं दिखी

By JagranEdited By: Publish:Tue, 24 Nov 2020 06:17 AM (IST) Updated:Tue, 24 Nov 2020 06:17 AM (IST)
महाविद्यालयों में शुरू हुआ औपचारिक शिक्षण
महाविद्यालयों में शुरू हुआ औपचारिक शिक्षण

एटा : कोरोना संक्रमण के चलते महाविद्यालयों में बंद शिक्षण कार्य भले ही शासन के निर्देश के अनुरूप सोमवार को शुरू तो हुआ लेकिन व्यवस्थाएं औपचारिक दिखीं।

मुख्यालय स्थित जेएलएन कालेज में पहले ही दिन शोक अवकाश के कारण कक्षाएं शुरू नहीं हुईं। वहीं वित्तविहीन महाविद्यालयों में भी शिक्षण कार्य शुरू किए जाने को लेकर कोई दिलचस्पी नहीं दिखी। राजकीय व स्ववित्त पोषित कालेजों में स्नातकोत्तर कक्षाओं के लिए समय सारिणी तो तैयार की गई है लेकिन विद्यार्थी पहुंचे ही नहीं। कुछ कालेजों में भले ही शिक्षण को लेकर सैनिटाइजेशन सहित अन्य व्यवस्थाएं कीं लेकिन कालेजों में रौनक विद्यार्थियों के न पहुंचने से नहीं दिखी। यहां बता दें कि स्नातकोत्तर कक्षाओं में जहां पूर्वाद्ध के विद्यार्थी अपने रिजल्ट का इंतजार कर रहे हैं। वहीं इस साल प्रवेश लेने वाले विद्यार्थी भी अभी शिक्षण शुरू होने के बाद माहौल जानने को लेकर कालेज जाने के निर्णय पर निर्भर दिख रहे हैं। जेएलएन कालेज की प्राचार्य डा. सुनीता सक्सेना ने बताया कि शिक्षण की पूरी व्यवस्था कर ली गई है। वहीं आनलाइन कक्षाएं कालेज न आने वाले विद्यार्थियों के लिए चलाईं जाएंगी। उधर जलेसर तथा परसोंन के राजकीय महाविद्यालयों में भले ही तैयारी दिखीं लेकिन कक्षाएं शुरू किए जाने की औपचारिकता ही नजर आई। दूसरी ओर स्ववित्त पोषित कालेज बेरौनक ही रहे, जहां अधिकांश में शिक्षण को लेकर संचालकों में कोई खास सक्रियता नहीं दिखी। वहीं समय सारिणी तक तैयार नहीं की गई है। उधर विद्यार्थियों की मानें तो इसी साल एमए अर्थशास्त्र में प्रवेश लेने वाले सुमित शर्मा का कहना था कि कालेजों में जब तक आधे विद्यार्थी न आएं तब तक शिक्षण का लाभ मुश्किल ही है। फिलहाल आनलाइन कक्षाएं हीं ज्यादा बेहतर हैं।

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