आगाज बेहतर पर ढीला गाइडलाइन का पालन

प्राइवेट स्कूलों में फिर भी प्रयास पर सरकारी में लापरवाही मास्क का भी नहीं दिख रहा प्रयोग सैनिटाइजर दूर

By JagranEdited By: Publish:Sat, 27 Feb 2021 06:43 AM (IST) Updated:Sat, 27 Feb 2021 06:43 AM (IST)
आगाज बेहतर पर ढीला गाइडलाइन का पालन
आगाज बेहतर पर ढीला गाइडलाइन का पालन

जासं, एटा: अभी कक्षा छह से आठ तक के विद्यालय खुले एक पखवाड़ा भी नहीं हुआ। हाल यह है कि कुछ स्कूलों को छोड़ अधिकांश में कोरोना गाइडलाइन को ही स्कूल संचालक भूलते जा रहे हैं। कुछ प्राइवेट स्कूल गाइड लाइन पर आगे बढ़ रहे हो, लेकिन सरकारी स्कूलों में बच्चों के मुंह पर मास्क तक नहीं दिख रहे।

लंबे समय बाद सरकार ने 15 फरवरी से कक्षा छह से आठ तक के स्कूल खोल दिए। कोरोना सुरक्षा के लिए गाइड लाइन में मास्क का प्रयोग, सैनिटाइजर या हाथ धुलाने तथा शारीरिक दूरी तीन प्रमुख बिदु दिए गए। खास बात यह है कि शहर के बड़े प्राइवेट स्कूलों की बात की जाए तो वहां अभी भी थर्मल स्क्रीनिग तथा सैनिटाइजर और मास्क के अलावा शारीरिक दूरी का प्रयोग दिख रहा है। छोटे प्राइवेट स्कूलों में भी अव्यवस्थाएं हैं। बात सरकारी स्कूलों की की जाए तो ड्रेस के साथ बच्चों को मास्क उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए थे। फिर भी स्थिति यह है कि यहां 20 फीसद बच्चे भी मास्क लगाए नहीं पहुंच रहे। कहीं सैनिटाइजर सिर्फ दिखाने को उपलब्ध है तो कुछ जागरूक शिक्षक हाथ दिलाने का प्रयास लगातार कर रहे हैं। इतना जरूर है कि जागरूकता के तौर पर बच्चों को टिफिन पाठ्य सामग्री सहित अन्य वस्तुओं के आदान-प्रदान तथा हाथों की सुरक्षा के प्रति सजग किया गया है। निर्धारित रोस्टर की धज्जियां:

प्राइवेट स्कूल भले कोरोना गाइडलाइन का पालन करा रहे हैं, लेकिन बच्चों को भी स्कूल बनाने का रोस्टर फेल कर दिया है। कक्षा के अनुरूप विद्यार्थी बुलाने के बजाय एक साथ छह से आठ तक के बच्चे बुलाए जा रहे हैं। इसी कारण तमाम स्कूलों में कक्षा कक्ष में शारीरिक दूरी का पालन नहीं हो पा रहा। स्कूल वाहनों में मानक तार-तार:

गाइड लाइन में स्कूलों को छात्र-छात्रा लाने ले जाने के लिए मानक तय किए गए थे। हाल यह है कि स्कूली वाहनों में सैनिटाइजेशन के अलावा शारीरिक दूरी के बजाय ज्यादा बच्चों को ले जाने का ढर्रा बना है।

सभी स्कूलों को गाइडलाइन का पालन सुनिश्चित कराना है। कहीं भी लापरवाही या फिर रोस्टर बिगड़ने की स्थिति सामने आई तो स्कूल संचालकों पर कार्रवाई होगी। अभिभावक भी सहयोग करें।

मिथिलेश कुमार, डीआइओएस एटा प्राइमरी स्कूलों में भी तैयारी:

एक मार्च प्राइमरी स्कूल खोलने को लेकर प्रशासन ने कोरोना गाइडलाइन का पालन कराने के निर्देश दिए हैं। स्कूलों ने भी अभिभावकों तक सूचना पहुंचाई है। सरकारी स्कूलों में भी व्यवस्थाएं जुटाने को कहा गया है।

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