स्वास्थ्य विभाग का टीकाकरण से वंचित गांवों पर फोकस

स्वास्थ्य विभाग प्रत्येक विकास खंड क्षेत्र में करा रहा चिह्नित छोटे-छोटे मजरा तथा गांव की होंगे रोस्टर में शामिल

By JagranEdited By: Publish:Thu, 16 Sep 2021 05:11 AM (IST) Updated:Thu, 16 Sep 2021 05:11 AM (IST)
स्वास्थ्य विभाग का टीकाकरण से वंचित गांवों पर फोकस
स्वास्थ्य विभाग का टीकाकरण से वंचित गांवों पर फोकस

जासं, एटा: कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए जिले में जनवरी से चलाए जा रहे टीकाकरण अभियान को और गति देने की तैयारी है। टीकाकरण के लिए क्लस्टर अभियान चलाए जाने के बावजूद भी किसी कारण कैंप से वंचित रहे ग्रामों पर स्वास्थ्य विभाग का फोकस है। ऐसे ग्रामों को चिन्हित कराया जा रहा है।

यहां बता दें कि साल की शुरुआत के साथ ही कोरोना टीकाकरण का कार्य शुरू हो गया था। हालांकि शुरुआती दौर में कोरोना से जुड़े राहत कार्यों में लगे कर्मचारियों को टीके लगाए गए, लेकिन अप्रैल से अभियान का दायरा बढ़ता गया है। मेगा टीकाकरण अभियान के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में रोस्टर के अनुरूप क्लस्टर टीकाकरण कार्यक्रम के जरिए टीकाकरण का कवरेज तेजी से बढ़ रहा है। अभियान के अंतर्गत राजस्व ग्रामों की सूची के आधार पर टीकाकरण शिविर आयोजित किए गए, लेकिन इस दौरान संबंधित गांव से जुड़े कई मजरे तथा छोटे आबादी वाले इलाके टीके लगने से वंचित होने जैसी शिकायतें मिली हैं। ऐसे ही स्थितियों को देखते हुए अब प्रत्येक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्थल पर ऐसे मजरा तथा आबादी क्षेत्रों को चिहित किया जा रहा है, जहां टीकाकरण कैंप आयोजित नहीं हुए हैं। वंचित क्षेत्रों को चिन्हित किए जाने के बाद जल्दी ही उन ग्रामों और मजरों को मेगा टीकाकरण या फिर क्लस्टर अभियान के अंतर्गत शामिल किया जाएगा। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. राम सिंह ने बताया है कि पूरा प्रयास है कि लक्ष्य के अनुरूप सभी को पहला टीका सुनिश्चित किया जा सके। सात लाख वैक्सीन डोज का आंकड़ा पार

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एक महीने में कोरोना टीका लगाए जाने की रफ्तार से आंकड़ा भी तेजी से बढ़ा है। मंगलवार तक 699225 टीके लग चुके हैं। जिले का लक्ष्य 1274617 निर्धारित है। 612275 लोग पहला तथा 86950 लोगों के दोनों टीके लग चुके हैं।

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