माइनर रजबहा में पानी न पहुंचने से किसान परेशान
उत्तराखंड डेम से पानी नहीं छोड़ा गया 20 दिसंबर तक माइनर और रजबहा में पानी पहुंच जाएगा
जासं, एटा: दिसंबर माह आधा समाप्त हो चुका है। इस समय खेतों में खड़ी रबी की फसल को पानी की जरूरत है, मगर माइनर और रजबहा में पानी नहीं पहुंच रहा है। इससे किसान फसल सिचाई करने के लिए परेशान हो रहे हैं।
सिल्ट सफाई कार्य होने के कारण किसानों को खेतों का पलेवा करने के लिए माइनर और रजबहा से पानी नहीं मिला था। उन्होंने इंजन और नलकूपों के माध्यम से इस काम को कर लिया था। अधिकांश किसानों की रबी की फसल तैयार हो चुकी है। इस वक्त फसल को पानी की जरूरत है, मगर माइनर और रजबहा में पानी न होने के कारण सूखे पड़े हुए हैं। इससे किसानों की समस्या गहराती जा रही है। पानी न मिलने के कारण किसानों ने सिचाई इंजन और नलकूपों का सहारा लेना शुरू कर दिया है। अधिशासी अभियंता एके भारती सिचाई खंड ने कहा कि उत्तराखंड डेम से पानी नहीं छोड़ा गया है। सिल्ट सफाई का काम पूरा हो चुका है। 20 दिसंबर तक माइनर और रजबहा में पानी पहुंच जाएगा। रजबहा से पानी न मिलने के कारण गेहूं की फसल सूख रही है। सिचाई के लिए नलकूप और डीजल इंजन से पानी जुटाया जा रहा है।
-मुकेश कुमार खेतों के पलेवा और फसल की सिचाई के लिए माइनर से पानी न मिलने के कारण धन अधिक खर्च हो रहा है। जल्द पानी मिलने से राहत मिलेगी।
-राजीव कुमार