जागरूक हुए किसान, गोशालाओं में पहुंचाने लगे पराली

तीन हजार कुंतल से अधिक पराली को किसानों ने अलग-अलग गोशालाओं में पहुंचाया

By JagranEdited By: Publish:Wed, 11 Nov 2020 06:30 AM (IST) Updated:Wed, 11 Nov 2020 06:30 AM (IST)
जागरूक हुए किसान, गोशालाओं में पहुंचाने लगे पराली
जागरूक हुए किसान, गोशालाओं में पहुंचाने लगे पराली

एटा: जागरूक हुए किसान अब पराली जला नहीं रहे बल्कि उसे परिवहन खर्चा मिलने पर गोशाला तक पहुंचा रहे हैं। तीन हजार कुंतल से अधिक पराली को किसानों ने अलग-अलग गोशालाओं में पहुंचाया है। इससे गायों के चारे का अच्छा इंतजाम हो रहा है।

पराली जलाने से होने वाले पर्यावरण नुकसान को समझते हुए किसान उसका सदुपयोग कर रहे हैं। किसान खेतों से पराली को उठाकर उसे गोशालाओं में पहुंचा रहे हैं। जिले में 13 शासकीय धनराशि से संचालित होने वाली गोशालाएं हैं। इनमें दूरदराज के किसानों ने तीन हजार 170 कुंतल पराली गोशालाओं में पहुंचाई है। ही है। गोशालाओं पर तैनात कर्मचारी पराली को चारे में बदलकर गायों को खिला रहे हैं। बता दें कि जलाने पर रोक लगाने को लेकर सरकार ने किसानों को गोशाला तक पराली पहुंचाने के लिए परिवहन खर्च दिया जाना तय किया है। यह खर्चा किसानों को ग्राम प्रधान और सचिवों से मिल रहा है। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी एसपी सिंह ने बताया कि किसान पराली को गोशालाओं में पहुंचा रहे हैं। इसकी हर रोज विभाग की तरफ से मानीटरिग की जा रही है। गोकुल मिशन में साढ़े 13 हजार पशुओं का हुआ गर्भाधान: बांझ पशुओं का किसानों पर बोझ कम करने के लिए सरकार ने गोकुल मिशन योजना चलाई है। इसमें पशु चिकित्सा विभाग ने साढ़े 13 हजार पशुओं का कृत्रिम गर्भाधान कराया है। जिले में इस योजना के लिए पांच सौ गांव चयनित किए गए हैं।

गोकुल मिशन योजना में पशु चिकित्सा विभाग के कर्मचारी बांझ पशुओं का निश्शुल्क घर-घर पहुंचकर कृत्रिम गर्भाधान करा रहे हैं। यह अभियान दो फेस में चलाया गया था। इसमें मई से जून तक एक फेस में 8615 और अगस्त से दूसरे चरण में 4981 पशुओं का गर्भाधान किया गया है। इस योजना में अलग-अलग ब्लाक क्षेत्र से पांच सौ गांव चयनित किए गए हैं। पशु मित्र पशुओं का कृत्रिम गर्भाधान कर रहे हैं। जिलेभर के 50 हजार पशुओं का विभाग को गर्भाधान कराने का शासन ने लक्ष्य दिया है। पशु मित्रों को भी शासनस्तर से 50 रुपये गर्भाधान के समय और सौ रुपये बांझ पशु के बच्चा होने पर दिए जा रहे हैं। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी एसपी सिंह ने कहा कि निर्धारित लक्ष्य को जल्द ही हासिल किया जाएगा। पशु मित्र अलग-अलग ब्लाक में अधिक संख्या में तैनात किए जा रहे हैं।

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