आज भी लालटेन के सहारे नगला तुलई
एटा, जागरण संवाददाता: गांव-गांव विद्युतीकरण के तमाम दावे होते रहे, लेकिन यहां का गांव नगला तुलई आज भ
एटा, जागरण संवाददाता: गांव-गांव विद्युतीकरण के तमाम दावे होते रहे, लेकिन यहां का गांव नगला तुलई आज भी लालटेन के सहारे रात काट रहा है। जहां सूर्य ढलने के बाद लोगों की जिदगी दुश्वार हो जाती है। बच्चों की पढ़ाई प्रभावित रहती है।
कस्बा राजा का रामपुर से महज 500 मीटर की दूरी पर यह गांव बसा हुआ है। जो ग्राम पंचायत पहरा में आता है। हर ओर आधुनिकता की चकाचौंध के बीच यह गांव दूधिया रोशनी के लिए आज भी तरस रहा है। नहर किनारे बसे इस गांव में रात के समय सन्नाटा छाया रहता है। ग्रामवासियों ने कई बार जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के समक्ष बिजली व्यवस्था की मांग रखी। जिस पर उन्हें आश्वासन तो मिले, लेकिन बिजली नहीं। कुछ साल पहले विद्युत विभाग की एक टीम गांव में विद्युतीकरण के लिए नक्शा आदि बनाकर ले गई। लेकिन इसका क्रियान्वयन नहीं हो पाया। ग्रामीणों का कहना है कि जनप्रतिनिधियों ने भी इस ओर कभी ध्यान नहीं दिया। जिसका खामियाजा ग्रामीण भुगत रहे हैं। वे कह रहे हैं कि देश को आजाद हुए एक लंबा अरसा बीत गया। इसके बावजूद गांव के लोग बिजली को तरस रहे हैं। लोग बोले गांव में बिजली हो तो बच्चों को पढ़ने-लिखने में आसानी रहेगी। बिजली के अभाव में पढ़ाई का समय बहुत कम मिल पाता है।
- राजाराम
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केवल 500 मीटर दूर कस्बा राजा का रामपुर में बिजली है, जबकि इस गांव में नहीं है। यह विभाग की मनमानी का उदाहरण है।
- रामसरन
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नहर किनारे गांव बसा होने के कारण सांप, बिच्छू अधिक रहते हैं। अंधेरे में ये नजर भी नहीं आते हैं, खतरा और बढ़ जाता है।
- राजवती
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बिजली न होने से शाम छह बजे के बाद गांव में सभी लोगों की जिदगी ठहर सी जाती है। मनोरंजन का कोई साधन नहीं है।
- विपिन