सामुदायिक सहभागिता से स्कूलों में सुधार को होंगे प्रयास

ब्लाक स्तर पर एसएमसी तथा प्रधानों की होगी संगोष्ठी शासन ने जारी की गाइड लाइन योजनाओं के बारे में जानेंगे अभिभावक

By JagranEdited By: Publish:Sun, 05 Dec 2021 06:39 AM (IST) Updated:Sun, 05 Dec 2021 06:39 AM (IST)
सामुदायिक सहभागिता से स्कूलों में सुधार को होंगे प्रयास
सामुदायिक सहभागिता से स्कूलों में सुधार को होंगे प्रयास

जासं, एटा: बेसिक शिक्षा के परिषदीय स्कूलों में संचालित योजनाओं तथा मूलभूत सुविधाओं की संतृप्तता के लिए राज्य परियोजना निदेशालय समग्र शिक्षा द्वारा पहल की गई है। ब्लाक स्तर पर एसएमसी अध्यक्ष सचिव के अलावा प्रधानों की उपस्थिति में संगोष्ठी एवं उन्मुखीकरण कार्यशाला होगी। इसके लिए व्यापक गाइड लाइन भी जारी की गई है।

यहां बता दें कि शासन द्वारा पहले से ही स्कूल प्रबंध समितियों के जरिए सुधार को सामुदायिक सहभागिता के प्रयास किए जा रहे हैं। इसी प्रक्रिया को आगे बढ़ाते हुए विकासखंड स्तर पर संगोष्ठी तथा उन्मुखीकरण कार्यशाला के निर्देश दिए हैं। उद्देश्य मुख्य रूप से डीबीटी के माध्यम से बच्चों के माता-पिता के खातों में भेजे जाने वाली धनराशि के प्रति अभिभावकों को जागरूक करना होगा। इसके अलावा विद्यालय में बच्चों को प्रदान की जा रही सुविधाओं के बारे में जानकारी देने तथा आउट आफ स्कूल बच्चों के चिहाकन तथा नामांकन के प्रति जागरूकता, दिव्यांग बच्चों के लिए समर्थ कार्यक्रम की अभिभावकों को जानकारी के अलावा स्कूल प्रबंधन समिति के कर्तव्य एवं दायित्व बताते हुए विद्यालय विकास योजना एवं सोशल आडिट के प्रति भी जानकारी दी जाएगी। आयोजन को लेकर आपरेशन कायाकल्प के 19 पैरामीटर्स पर ग्राम प्रधानों को संतृप्तिकरण के लिए प्रेरित किया जाना भी अहम उद्देश्य होगा। सीधे तौर पर देखा जाए तो ब्लाक स्तरीय संगोष्ठी तथा कार्यशाला का उद्देश्य स्कूलों में संचालित योजनाओं को अभिभावकों तक पहुंचाकर उन्हें सरकारी स्कूलों के प्रति आकर्षित करना ही है।

बीएसए संजय सिंह ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को गाइड लाइन के अनुरूप ब्लाक स्तर पर संगोष्ठी कराने के निर्देश दिए हैं। जिला समन्वयक सामुदायिक सहभागिता अरुण शर्मा ने बताया है कि आयोजनों को लेकर बजट ब्लाक स्तर पर उपलब्ध करा दिया गया है। कराई जाएगी वीडियोग्राफी, रहेगी नजर:

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संगोष्ठी की वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी। व्यवस्थाओं के लिए प्रति ब्लाक 15 हजार रुपये बजट दिया जा रहा है। वहीं कार्यक्रम में सहभागिता करने वाले प्रत्येक प्रतिभागी के लिए भोजन तथा स्टेशनरी के लिए 200 रुपये बजट निर्धारित है। आयोजकों को बजट का हिसाब देना होगा। वहीं उप शिक्षा निदेशक डाइट द्वारा पर्यवेक्षण किया जाएगा।

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