कई दिन से डोर टू डोर कचरा कलेक्शन बंद
लाकडाउन होते हुए कर्मचारी हुए नदारद सड़कों पर आने लगा घरों का कूड़ा करकट
जासं, एटा: प्रदेश सरकार द्वारा कानून बनाने के बाद डोर टू डोर कचरा कलेक्शन के लिए पालिका प्रशासन द्वारा बनाई गई व्यवस्था अब ध्वस्त होती जा रही है। पालिका प्रशासन ने जिस संस्था को यह जिम्मेदारी सौंपी है। उसकी उदासीनता के चलते अब फिर से कूड़ा करकट गली मुहल्लों में एकत्रित होने लगा।
शहर के मुहल्ला अरुणा नगर में कचरा कलेक्शन की जिम्मेदारी एमके मल्टी सर्विसेज ने संभाली और कचरा उठाने की एवज में हर घर से प्रति माह 30 रुपया भी वसूल किया जाने लगा। अवकाश के दिनों में संस्था के कर्मी भी दिखाई नहीं देते। जब से प्रदेश सरकार ने कोरोना के चलते लाक डाउन किया है, तब से संस्था के कर्मी भी कचरा के संग्रहण के लिए नहीं आए। ऐसे में लोगों के घरों में रोजाना होने वाला कचरा आदि फिर से सड़कों पर पहुंचने लगा। जीटी रोड स्थित अरुणा नगर के मुख्य गेट पर भी पूर्व सांसद देवेंद्र सिंह यादव के मकान के पास भी नया डलाबघर बनता जा रहा है। ऐसे में लोगों ने पालिका प्रशासन से समस्या निदान की मांग की। मांग करने वालों में अभिषेक दुबे, व्रशांत कुमार सिंह, एमके सिंह, लक्ष्मीनारायण, विमलेश चौहान, शीतल चौहान, बबली चौहान, कुलदीप कुमार, आदित्य कुमार, माधव मिश्रा, केशव मिश्रा, आशुतोष मिश्रा आदि के नाम उल्लेखनीय है।