तमगों की नहीं चाह, गुदड़ी के लालों को दिखा रहे राह

कर्म ही पूजा है के सिद्धांत को शिक्षक बिबिसार ने अपनाते हुए कभी अपने

By JagranEdited By: Publish:Sat, 05 Sep 2020 07:24 AM (IST) Updated:Sat, 05 Sep 2020 07:24 AM (IST)
तमगों की नहीं चाह, गुदड़ी के लालों को दिखा रहे राह
तमगों की नहीं चाह, गुदड़ी के लालों को दिखा रहे राह

जागरण संवाददाता, एटा: कर्म ही पूजा है, के सिद्धांत को शिक्षक बिबिसार ने अपनाते हुए कभी अपने कार्यों के लिए तमगों की चिता नहीं की। गांव के उन गुदड़ी के लालों को चमकाने का काम किया जोकि बेसिक शिक्षा के हजारों शिक्षक नहीं कर पाए। निजी खर्चे पर आइसीटी शिक्षा के अलावा नवाचारों से गरीब बच्चों को ऊंचाइयों तक ले जाने में जुटे हैं।

ब्लॉक जैथरा के प्राथमिक विद्यालय दहेलिया में सहायक अध्यापक बिबिसार बौद्ध ने 5 सालों में ही अन्य शिक्षकों को भी कर्तव्यों का आइना दिखाया है। इस गांव में स्कूल तो 4 दशक पुराना था, लेकिन हालात खराब।

जिस समय आसपास के प्राइवेट स्कूलों में आइसीटी शिक्षा उपलब्ध नहीं थी, उन्होंने अपने खर्चे से गांव के बच्चों को इससे जोड़ा तो अच्छे परिणाम आए। यहां किताबी ज्ञान के साथ बच्चों को कई तरह के हुनर से जोड़ा। खुद बच्चों को प्रतियोगी परीक्षा की कोचिग दी। परिणाम यह कि सब कुछ बदल दिया। अभिभावकों की सोच और सरकारी स्कूलों के प्रति नजरिया भी बदल डाला। गरीब बच्चों पर संसाधनों की कमी का भी उपाय खोजा। कई बच्चों को खुद डाटा तथा वैसे भी उनकी शिक्षा में आने वाली समस्याओं को निजी खर्चे पर दूर करते रहे हैं। पूर्व प्रधान अखिलेश तिवारी अभिभावक अवध किशोर संजय सिंह कहते हैं कि ऐसे शिक्षक गांव की तकदीर बदल सकते हैं। चलते फिरते कहे जाते नवाचारी

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शिक्षक बिबिसार के नवाचार राष्ट्रीय स्तर तक प्रसिद्धि पा चुके हैं। सामान्य ज्ञान का टेलीविजन, कॉपी किताबों का रखरखाव सहित दो दर्जन से ज्यादा नवाचारों को दाद मिल चुकी है। पुरस्कारों की चाह बिना भी उन्हें दो राष्ट्रीय, दो बार जिले पर तथा इसी साल प्रदेश स्तरीय आइसीटी पुरस्कार मिला है। पहली बार प्रदेश में चमके विद्यार्थी प्रतियोगी परीक्षाओं में उनके विद्यार्थी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं वहीं इसी साल बेसिक शिक्षा के बच्चों की प्रदेश स्तर की परीक्षा में गुदड़ी के लाल हिमांशु तथा बंदना ने जिले को गौरव दिलाया। दो साल पहले समोद ने लंबी कूद में मंडल तक सफलता पाई। मंडल में दिलाया प्रथम स्थान

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2019 में विभाग ने कार्यकुशलता देख उन्हें स्कूलों के लर्निंग आउटकम प्रोग्राम की कमान सौंपी। नतीजा रहा कि जैथरा ब्लॉक मंडल में प्रथम रहा। यही नहीं जिले में समर कैंप शुरू करने की पहल भी सबसे प्रथम उन्हीं ने की।

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