अनाथ बच्चों की मदद के लिए हर संभव प्रयास करें
डीएम ने बैठक में अधिकारियों को दिए निर्देश आशा एएनएम लेखपाल का भी लिया जाए सहयोग
जासं, एटा: जिलाधिकारी अंकित अग्रवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री बाल श्रम योजना में अनाथ हुए बच्चों को हर संभव प्रयास करके मदद दिलाई जाए। उनके भरण पोषण, शिक्षा एवं चिकित्सा के लिए सभी इंतजाम किए जाने चाहिए।
कलक्ट्रेट पर आयोजित बैठक में डीएम ने कहा कि जनपद में ऐसे बच्चे जिनके माता-पिता अथवा उनमें से किसी एक की मृत्यु कोविड-19 से संक्रमित होने के कारण अथवा महामारी के दौरान हुई है। उन बच्चों के भरण पोषण, शिक्षा, चिकित्सा आदि की व्यवस्था के लिए आर्थिक सहयोग प्रदान किया जाना है। शासन के निर्देशानुसार मुख्यमंत्री बाल श्रम योजना का जनपद मे सफल क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए। स्वास्थ्य विभाग ने जनपद में 121 मृतकों की सूची उपलब्ध कराई है। इन सभी मृतकों के परिवारीजनों से वार्ता कर मृतक के बच्चों के संबंध में सम्पूर्ण जानकारी एकत्रित की जाए। डाटा एकत्रित करने के लिए कलक्ट्रेट संचालित कंट्रोल रूम में बैठकर सभी से फोन पर वार्ता की जाए। साथ ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, एएनएम, पंचायत सचिव, लेखपाल, कोटेदार आदि की आवश्यकतानुसार मदद ली जाए। सभी ग्राम प्रधानों से वार्ता कर यह सुनिश्चित किया जाए कि उनके ग्राम में कोविड संक्रमण से अथवा कोविड महामारी के दौरान यदि किसी भी व्यक्ति की मृत्यु हुई है। एडीएम वित्त एवं राजस्व सुनील कुमार सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री बाल श्रम योजना के तहत जनपद में मृतकों के बच्चों का डाटा एकत्रित करने के उपरांत फार्म भरवाने की कार्रवाई पूर्ण की जाए।
एडीएम वित्त एवं राजस्व सुनील कुमार सिंह, जिला प्रोबेशन अधिकारी, अपर उप जिलाधिकारी राजीव पांडेय, अपर उप जिलाधिकारी अलंकार अग्निहोत्री, डीआइओएस मिथलेश कुमार, बीएसए संजय सिंह, सीडीपीओ सत्य प्रकाश पांडेय, बाल संरक्षण अधिकारी सुखवीर सिंह आदि लोग मौजूद रहे।