दुधमुंही बच्ची को देखा तक नहीं और कर दिया रेफर

मेडिकल कालेज में अव्यवस्थाएं भी हावी पटियाली से आया परिवार वापस ले गया बच्ची को

By JagranEdited By: Publish:Wed, 08 Sep 2021 05:50 AM (IST) Updated:Wed, 08 Sep 2021 05:50 AM (IST)
दुधमुंही बच्ची को देखा तक नहीं और कर दिया रेफर
दुधमुंही बच्ची को देखा तक नहीं और कर दिया रेफर

जासं, एटा: मरीज आया, न दवा दी गई न भर्ती किया गया। तीन मिनट बाद कह दिया कि अलीगढ़ ले जाओ या सैफई, बच्ची का इलाज वहीं होगा। रेफर स्लिप भी बना दी।

परिवार बोला कि हम बेहद गरीब हैं। कहां जाएंगे, लेकिन मेडिकल कालेज के कर्मचारी नहीं पसीजे और एक कर्मचारी ने पर्चे पर तीमारदार से लिखवा लिया कि वह अपनी मर्जी से बच्ची को लेकर जा रहा है। यानि कानूनन कर्मचारी सुरक्षित हो गए। वहीं उस एक साल की बच्ची का क्या जिसकी बिगड़ती हालत देख परिवार सिसक रहा था। अंतत: परिवार के लोग निराश होकर घर लौट गए। यह मेडिकल कालेज की व्यवस्थाओं की लाइव तस्वीर है।

यहां के मेडिकल कालेज को शुरू हुए अभी दो महीने ही हुए हैं। जनपद और दूसरे जिलों के लोग अपने मरीजों को लेकर इसलिए यहां आ रहे हैं क्योंकि वे यह समझते हैं कि मेडिकल कालेज नया है इसलिए व्यवस्थाएं अच्छी होंगी, लेकिन मंगलवार को दोपहर के वक्त कासगंज जनपद के पटियाली कस्बा स्थित मुहल्ला चौक निवासी राहुल उस वक्त निराश हो गया, जब बुखार से तपती एक वर्ष की बच्ची राधा को लेकर आया। यहां की ओपीडी में उसने पर्चा बनवाया। मौजूद चिकित्सक ने बच्ची को छुआ तक नहीं सिर्फ एक नजरभर देखा और कह दिया कि इस बच्ची को अलीगढ़ या सैफई ले जाओ।

राहुल और उसके दोस्त सतीश ने कहा कि आप बच्ची को भर्ती तो करिए, लेकिन तब तक स्वास्थ्यकर्मी एक पर्चा लेकर आ गए और बोले इस पर्चे पर लिख दो कि तुम अपनी मर्जी से बच्ची को लेकर जा रहे हो। परिवार पहले से ही परेशान था, लिहाजा राहुल ने पर्चे पर लिख दिया कि वह अपनी मर्जी से बच्ची को ले जा रहा है। स्वास्थ्यकर्मियों ने बड़ी ही चालाकी से यह काम तो करा लिया, लेकिन व्यवस्थाओं पर प्रश्नचिह्न भी लग गए कि आखिर बच्ची को क्यों भर्ती नहीं किया गया, पीकू वार्ड किसलिए है। पीकू वार्ड में आक्सीजन, वेंटिलेटर की भी सुविधा है। --------------

बच्ची को क्यों भर्ती नहीं किया गया, उसकी क्या स्थिति थी, इस बारे में पता किया जा रहा है। अगर किसी भी स्वास्थ्यकर्मी ने लापरवाही की है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

- डा. राजेश गुप्ता, प्राचार्य मेडिकल कालेज

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