एलाइजा टेस्ट शुरू होते ही हर दिन बढ़ रही डेंगू मरीजों की संख्या

70 सैंपल की जांच में छह में डेंगू की पुष्टि स्वास्थ्य केंद्रों पर की गईं भर्ती करने की व्यवस्थाएं

By JagranEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 05:29 AM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 05:29 AM (IST)
एलाइजा टेस्ट शुरू होते ही हर दिन बढ़ रही डेंगू मरीजों की संख्या
एलाइजा टेस्ट शुरू होते ही हर दिन बढ़ रही डेंगू मरीजों की संख्या

जासं, एटा: मेडिकल कालेज में एलाइजा टेस्ट शुरू होते ही डेंगू मरीजों की संख्या अब हर दिन बढ़ रही है। 90 सैंपलों की जांच की गई, जिसमें 44 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। इन सभी को भर्ती कराया गया है। सभी प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर भी मरीजों को भर्ती करने की व्यवस्था की गई है।

बुखार पीड़ित मरीजों के रैपिड और एलाइजा टेस्ट किए जा रहे हैं। गुरुवार को जनपदभर से 90 सैंपल मेडिकल कालेज की लैब पहुंचाए गए। जांच के दौरान 44 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी थी, जबकि कुछ सैंपल की रिपोर्ट आनी बाकी थे।

स्वास्थ्य विभाग जनपद के उन गांवों को चिहित कर रहा है जहां बुखार के मरीज अधिक संख्या में निकले हैं। अवागढ़ क्षेत्र के गांव बरा भौडेला में आधा दर्जन से अधिक बुखार के मरीजों की मौत हो चुकी है, इसलिए वहां स्वास्थ्य विभाग की टीम कैंप कर रही है। अब तक 40 लोगों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है। डिस्चार्ज किए गए चार मरीज

-मेडिकल कालेज के डेंगू वार्ड में भर्ती चार मरीजों को डिस्चार्ज कर दिया गया। पिछले पांच दिन से यह मरीज भर्ती थे। डेंगू पीड़ित थे। उनकी हालत में सुधार आने के बाद चिकित्सकों ने जाने की अनुमति दे दी। पीडियाट्रिक वार्ड फिर हुआ फुल

-मेडिकल कालेज की एमसीएच विग में बनाए गए पीडियाट्रिक वार्ड में 10 बेड हैं और सभी फुल हैं। इस समय स्थिति यह है कि इस वार्ड में अन्य किसी बच्चे को भर्ती करने की आवश्यकता पड़ जाए तो मुश्किल सामने आ सकती है। गनीमत यह है कि अभी तक पीकू वार्ड में बच्चों को ले जाने की नौबत नहीं आई। इस वार्ड में जितने बच्चों को डिस्चार्ज किया जाता है। उतने ही फिर से आ जाते हैं। अब तक दर्जनभर से ज्यादा बच्चे रेफर भी किए जा चुके हैं। डेंगू वार्ड में मरीजों से ज्यादा तीमारदारों की भीड़

-डेंगू वार्ड में मरीजों से ज्यादा तीमारदारों की भीड़ दिखाई दे रही है। यहां के सभी बेड फुल हैं और स्थिति यह है कि एक-एक मरीज के साथ चार-पांच तक तीमारदार हैं। वार्ड में दिनभर गहमागहमी का माहौल रहता है। स्वास्थ्य विभाग तीमारदारों को बाहर निकालने की कोशिश करते हैं, लेकिन विवाद होने लगता है। -

मेडिकल कालेज में तो बुखार और डेंगू पीड़ित मरीज भर्ती कराए भी जा रहे हैं, लेकिन प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर भी मरीजों को भर्ती कराए जाने की व्यवस्था की गई है। एलाइजा टेस्ट रिपोर्ट भी अब एक ही दिन में मिल जाती है, जिससे डेंगू के मरीजों को शीघ्र उपचार मिल रहा है।

- डा. उमेश चंद्र त्रिपाठी, सीएमओ, एटा

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