कलक्ट्रेट में डेरा डाले हैं किसान

कृषि कानून के विरोध में कलक्ट्रेट पर अखिल भारतीय किसान यूनियन का

By JagranEdited By: Publish:Mon, 14 Dec 2020 04:49 AM (IST) Updated:Mon, 14 Dec 2020 04:49 AM (IST)
कलक्ट्रेट में डेरा डाले हैं किसान
कलक्ट्रेट में डेरा डाले हैं किसान

एटा, जागरण संवाददाता : कृषि कानून के विरोध में कलक्ट्रेट पर अखिल भारतीय किसान यूनियन का धरना रविवार को भी जारी रहा। गाजीपुर बार्डर पर पहुंचा किसानों का जत्था एक दिन आंदोलन में भाग लेने के बाद वापस लौट आया। धरना दे रहे किसान कलक्ट्रेट पर ही डेरा डाले हैं।

यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिल संघर्षी ने कहा कि किसानों की मांगें जब तक पूरी नहीं हो जातीं, तब तक वो झुकेंगे नहीं। कलक्ट्रेट पर मौजूद किसान अपना खाना भी वहीं बना रहे हैं तथा बोरी-बिस्तर लेकर वहीं जमे हैं। इधर पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी प्रतिदिन किसानों से बातचीत करने के लिए कलक्ट्रेट पहुंच रहे हैं। प्रशासन की कोशिश यह है कि किसी तरह से धरना समाप्त कराया जाए। लेकिन आंदोलनकारियों ने एलान कर दिया है कि वे पीछे नहीं हटेंगे चाहें कोई भी कीमत चुकानी पड़े। संघ ने कहा कि कानून किसान विरोधी नहीं

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राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़े भारतीय किसान संघ के ब्रज प्रांत संयोजक मोहन सिंह चाहर ने एटा का दौरा किया। उन्होंने कहा कि कृषि कानून किसानों का विरोधी नहीं है । बल्कि इस कानून के मायने समझने की जरूरत है। जिस कानून का लोगों ने उपयोग नहीं किया, उसका विरोध करने की पहले से जरूरत नहीं। किसानों को बहकावे में नहीं आना चाहिए। लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि किसानों की मांगों को सरकार अनदेखा न करे उस पर गहनता पूर्वक विचार किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था किसानों पर ही केंद्रित है। क्योंकि अन्नदाता ही सबसे बड़ा वर्ग है जो देश को भोजन उपलब्ध कराता है। इसलिए उसकी बात की अनदेखी नहीं की जा सकती। इस मौके पर प्रांत संगठन मंत्री धर्मेंद्र कुमार ने कहा कि भारतीय किसान संघ राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की शाखा है और संघ चाहता है कि पूरा राष्ट्र एक सूत्र में बंधे। किसानों की हर गतिविधि पर नजर

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पुलिस प्रशासन किसानों की हर गतिविधि पर नजर रख रहा है। रविवार को जिलेभर में पुलिस सतर्क रही और खुफियातंत्र भी किसानों की हर गतिविधि की टोह लेता रहा।

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