कोरोना रोगियों का बस्ती में अंतिम संस्कार, रोका रास्ता

पिछले कई दिनों में मृतकों के संस्कार से परेशानी में आए लोग किसी ने न सुनी तो खुद ही मार्ग पर लगाया बैरियर

By JagranEdited By: Publish:Thu, 06 May 2021 06:19 AM (IST) Updated:Thu, 06 May 2021 06:19 AM (IST)
कोरोना रोगियों का बस्ती में अंतिम संस्कार, रोका रास्ता
कोरोना रोगियों का बस्ती में अंतिम संस्कार, रोका रास्ता

संसू, जैथरा(एटा): कस्बा के नेहरू नगर में स्थित आबादी में शमशान घाट पर पिछले कई दिनों से कोरोना रोगियों का भी अंतिम संस्कार कर दिया गया। लोगों को ऐसी स्थिति का पता चला तो पहले तो प्रशासन से शिकायत की और कोई कार्रवाई नहीं हुई तो अब मुहल्लावासियों ने संक्रमण से बचने को लेकर शमशान घाट के रास्ते पर बैरियर लगाया है।

बताया गया है कि जैथरा में शमशान घाट नेहरू नगर मुहल्ले के आबादी क्षेत्र में है। हाल ही में कस्बा क्षेत्र में आधा दर्जन लोगों की मौत कोरोना से होने के बाद शमशान घाट पर किया गया। मुहल्लावासियों ने कोरोना रोगियों का संस्कार वहां न करने की बात की तो उनके परिवार के लोग नहीं माने ओर संस्कार कर चले गए। इस तरह की स्थिति से मुहल्ला क्षेत्र के लोगों में कोरोना संक्रमण फैलने जैसी स्थिति को देखते हुए अब शमशान घाट जाने वाले रास्ते पर बैरियर लगाया है। यहां के निवासी रामदास, रामप्रकाश, डा. अनिल, डा. सेठपाल, महेशचंद्र आदि का कहना था कि जिन लोगों की मौत कोरोना से हो रही है, उनका इस तरह अंतिम संस्कार किया जाना सही नहीं है। यहां सिर्फ बिना कोरोना हो रही मौतों का ही संस्कार होना चाहिए। शासन की गाइडलाइन में कोरोना रोगियों के संस्कार को लेकर जो भी निर्देश हैं, उनका पालन होना चाहिए। महेशचंद्र, गोविदराम, मुकेश सिंह, सतीशचंद्र, ज्ञान सिंह, मनोज कुमार, मंगू सिंह ने बताया कि मुहल्लावासियों ने जिम्मेदारों की अनदेखी के बाद खुद ही यह कदम उठाया है कि बैरियर लगाना पड़ा है। ताकि कोरोना रोगियों का अंतिम संस्कार बस्ती में न हो। मुहल्लावासियों ने प्रशासन से इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की है।

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