कोरोना काल में सेवा समाप्ति के नोटिस से आक्रोश
एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस की सेवा होगी बंद लामबंद कर्मचारी कर रहे बगावत की तैयारी
एटा, जासं। संक्रमण से जूझते हुए स्वास्थ्यकर्मी मरीजों की सेवा में जुटे हैं, लेकिन उनकी ही सेवा समाप्ति का फरमान कोरोना काल में जारी कर दिया गया है। इसे लेकर एंबुलेंस कर्मचारियों में आक्रोश है और वह लामबंद होकर बगावत की तैयारी कर रहे हैं।
जिले में चार एएलएस (एडवांस लाइफ सपोर्ट) एंबुलेंस हैं। जो कोविड ड्यूटी में लगी हुई हैं। इन एंबुलेंस में वेंटीलेटर की सुविधा होती है। जिससे रेफर होने वाले गंभीर मरीजों को समस्या का सामना न करना पड़े। एंबुलेंस संचालक कंपनी जीवीके ईएमआरआइ ने प्रदेश में इस तरह की सभी एंबुलेंस को बंद करने का एलान किया है। साथ ही इनमें नियुक्त कर्मचारियों को भी 16 सितंबर के बाद हटाने का फरमान देते हुए नोटिस जारी कर दिए हैं। इसे लेकर कर्मचारियों में आक्रोश है। यूं तो यहां एएलएस पर सात कर्मचारियों का स्टाफ है। जिन्हें हटाया जाना है। लेकिन उनके समर्थन में 102 और 108 एंबुलेंस सेवा के कर्मचारी भी आ गए हैं। जीवनदायिनी 108-102 एवं एएलएस समिति उप्र के जिलाध्यक्ष विवेक पाल ने बताया कि जहां सामान्य तौर पर कर्मचारी मरीजों की जीवन रक्षा में कसर नहीं छोड़ते। वहीं कोरोना काल में तो कम संसाधनों में भी काम करते हुए अपने आपको संक्रमण के खतरे में डालकर मरीजों तक सेवाएं पहुंचाई हैं। पुरस्कृत करने के बजाए कर्मचारियों को नौकरी से निकाला जा रहा है। यह हम लोगों के साथ बहुत बड़ी नाइंसाफी है। सरकार को इसमें दखल करना चाहिए। आशीष पांडेय, अविनाश यादव, शिवमंगल, इंद्रजीत, सतेंद्र यादव, सरोज कुमार आदि कर्मचारियों ने बताया कि यह आदेश वापस नहीं हुआ तो पूरे प्रदेश में आंदोलन किया जाएगा।