91 फीसद रिकवरी रेट ने कम की संक्रमितों की चिता

चुरथरा के एल-वन समकक्ष अस्पताल में 260 मरीज हुए स्वस्थ बीपी श्वांस संबंधी समस्या वाले संक्रमितों पर विशेष ध्यान

By JagranEdited By: Publish:Thu, 10 Sep 2020 06:26 AM (IST) Updated:Thu, 10 Sep 2020 06:26 AM (IST)
91 फीसद रिकवरी रेट ने कम की संक्रमितों की चिता
91 फीसद रिकवरी रेट ने कम की संक्रमितों की चिता

एटा, जासं। कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार के बाद अच्छे परिणाम सामने आ रहे हैं। चुरथरा स्थित कोविड एल-वन समकक्ष अस्पताल में 91 फीसद से अधिक रिकवरी रेट है। मेडिकल टीम ने संक्रमितों को शीघ्र ठीक करने के लिए दिनचर्या का पूरा प्लान बनाया हुआ है।

80 बेड के अस्पताल में 19 लोगों का मेडिकल स्टाफ तीन शिफ्ट में ड्यूटी करता है। अभी तक 285 संक्रमित लोगों को भर्ती किया गया है। इनमें से चार लोगों की स्थिति गंभीर होने पर एल-टू अस्पताल रेफर किया गया। 260 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। अब 21 मरीज भर्ती हैं। यहां बनाए गए प्लान के हिसाब से मरीजों को सुबह पांच से छह बजे के बीच उठाया जाता है। सभी को आधे घंटे योगा और प्राणायाम कराया जाता है। सात से आठ बजे के बीच नाश्ता, दोपहर में एक से दो बजे के बीच भोजन दिया जाता है। शाम को आधे घंटे फिर हल्का व्यायाम, प्राणायाम कराया जाता है। मरीजों को टहलने को कहा जाता है। रात में आठ से नौ बजे के बीच खाना देकर जल्दी सोने को बोला जाता है। साथ ही चिकित्सकीय परीक्षण के समय उन्हें सकारात्मक और ऊर्जावान रहने को प्रेरित किया जा रहा है। मधुमेह, रक्तचाप और श्वांस संबंधी समस्या वाले संक्रमित मरीजों पर विशेष ध्यान दिया जाता है।

निर्धारित दिनचर्या और हेल्दी डायट के माध्यम से मरीज हफ्ते भर में सही हो जाते हैं। सामान्य मरीजों को केवल लक्षण वाली दवाएं देने की जरूरत पड़ती है।

- डॉ. सूर्यकांत, टीम लीडर मरीजों के साथ ही हम लोग अपनी सुरक्षा पर भी विशेष ध्यान दे रहे हैं। योगा-प्राणायाम के अलावा अदरक, काली मिर्च, लौंग की मसाला चाय तीन बार ले रहे हैं।

- डॉ. मोहित कृष्ण

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तैलीय, चटपटा और मसालेदार भोजन रोग प्रतिरोधक क्षमता घटाता है। डायट में ऐसे भोजन को अलग रखा गया है। प्रोटीन की अधिकता वाला भोजन दिया जा रहा है।

- सोनू त्यागी, सीएचओ सावधानी और सजगता के साथ कोरोना को आसानी से मात दी जा सकती है। केवल कुछ गंभीर मामलों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत महसूस होती है।

- रामस्वरूप, सीएचओ

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