कंप्यूटर संस्थान के प्रबंधक की डेंगू से मौत
गांव कसैटी और असरौली के बाद शहर में डेंगू ने दे दी दस्तक किदवई नगर इलाके में बनी चिंता की स्थिति
जागरण संवाददाता, एटा: जानलेवा डेंगू का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। गांव कसैटी और असरौली के बाद शहर में भी डेंगू ने दस्तक दे दी है। कंप्यूटर संस्थान के प्रबंधक का निधन होने से इलाके में चिता की स्थिति बनी हुई है।
मामला शहर के किदवई नगर का है। यहां के रहने वाले शाहिद खान का कंप्यूटर सेंटर भी इसी इलाके में है। उनके भाई अकरम खान ने बताया कि 17 अक्टूबर को शाहिद को यहां डेंगू की पुष्टि हुई थी। इसके बाद उन्हें आगरा के एक निजी अस्पताल में ले गए। वहां इलाज से कोई लाभ नहीं मिला और हालत बिगड़ती गई। बाद में उन्हें वहां से दिल्ली रेफर कर दिया गया। दिल्ली के एक अस्पताल में उनको आठ दिन तक वेंटीलेटर पर रखा गया। 26 अक्टूबर की रात उनकी मौत हो गई। नाले रहता चोक, गलियों में बहता गंदा पानी: किदवई नगर का नाला शहर से बाहर भदौं के ताल में जाकर मिलता है। इतनी लंबी दूरी में नाला जगह-जगह चोक रहता है। हालात यह होते हैं कि नालियों से ओवरफ्लो होकर पानी गलियों में भी बहता नजर आता है। कसैटी के लिए राहत, नहीं निकला कोई संक्रमित:
लंबे समय बाद शीतलपुर ब्लाक के गांव कसैटी से राहत भरी खबर मिली। यहां बुधवार को लगाए गए शिविर में 40 लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। जबकि 17 लोगों की डेंगू और मलेरिया की जांचें कराई गईं। इनमें से कोई भी संक्रमित नहीं पाया गया। इसके अलावा शहर के शिवगंज इलाके में भी स्वास्थ्य शिविर लगा। 47 मरीजों का परीक्षण कर 22 लोगों की जांच कराई गई। यहां भी किसी व्यक्ति में डेंगू या मलेरिया की पुष्टि नहीं हुई।