अब परीक्षा कक्ष में ही खुलेंगे प्रश्नपत्र: फोटो

एटा: 10 बजे के बाद नहीं हो सकेगी परीक्षा केंद्र पर एंट्री। प्रवेश पत्र पर प्रधानाचार्य ही नहीं अभिभावकों के हस्ताक्षर जरूरी हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Feb 2019 10:44 PM (IST) Updated:Mon, 18 Feb 2019 10:44 PM (IST)
अब परीक्षा कक्ष में ही खुलेंगे प्रश्नपत्र: फोटो
अब परीक्षा कक्ष में ही खुलेंगे प्रश्नपत्र: फोटो

जागरण संवाददाता, एटा: सेंट्रल बोर्ड ऑफ एजुकेशन (सीबीएसई) की परीक्षाओं की सुगबुगाहट तेज हो गई है। वैसे तो सीबीएसई ने वैकल्पिक परीक्षाएं 16 फरवरी से ही शुरू करा दीं, लेकिन जिले में मुख्य परीक्षाएं 1 मार्च से बाद होंगीं। इस बार बोर्ड ने प्रश्नपत्रों की गोपनीयता तथा फर्जी परीक्षार्थियों को रोकने के लिए खास कदम उठाए हैं।

यूपी बोर्ड की आधी परीक्षाएं संपन्न हो चुकी हैं। वहीं आईएससी बोर्ड की परीक्षाएं भी शुरू हो चुकी हैं। वैसे तो सीबीएसई बोर्ड भी ऑप्सनल परीक्षाओं को शुरू करा चुका है। अन्य बोर्डों की तरह सीबीएसई के द्वारा नियमों में कई बदलाव किए गए हैं। हाल ही में आगरा में हुई बोर्ड के विद्यालयों के शिक्षकों की कार्यशाला में यह गाइड लाइन सार्वजनिक की गई। इस साल सीबीएसई परीक्षाओं की खास बात यह होगी कि प्रश्नपत्रों को प्रधानाचार्य कक्ष में आधा घंटे पहले नहीं खोला जाएगा। हर कक्ष की छात्र संख्या के अनुरूप प्रश्नपत्र लिफाफे कक्ष में ही कक्ष निरीक्षक को प्राप्त होंगे, जिन्हें सिर्फ 15 मिनट पहले खोलकर वितरित किया जाएगा। इस बदलाव से प्रधानाचार्य कक्ष में प्रश्नपत्र की गोपनीयता भंग होने जैसी स्थितियां रोकने की मंशा की गई है।

इसके अलावा पिछले सालों तक परीक्षार्थियों को आधा घंटा देरी से भी 10.30 बजे तक केंद्र पर प्रवेश मिल जाता था, लेकिन अब 10 बजे से 1 मिनट भी लेट होने पर परीक्षार्थी की परीक्षा छूटेगी। इसी क्रम में इस बार फर्जी परीक्षार्थी जैसी स्थिति के लिए सिर्फ प्रधानाचार्य ही नहीं, बल्कि अभिभावक भी जवाबदेह होंगे। इसके लिए प्रवेशपत्र पर अभिभावक का हस्ताक्षर कराया जाना भी जरूरी होगा। इस गाइड लाइन के संबंध में परीक्षार्थियों को भी अवगत कराने को कहा गया है। सरस्वती विद्या मंदिर के प्रधानाचार्य कृष्णकांत द्विवेदी कहते हैं कि बदलाव से व्यवस्थाएं और सुधरेंगीं। प्रेम पब्लिक स्कूल के प्रधानाचार्य नवीन गोयल का मानना है कि परीक्षा की शुचिता और बढ़ेगी।

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