साढ़े चार हजार से अधिक मनरेगा मजदूरों के बनेंगे कैटल शेड
शासन से मिली सूची पर विभाग ने शुरू किया सत्यापन घर-घर पहुंचकर टीम पूछेगी लोगों से लाभ लेने की बात
जासं, एटा: मनरेगा में मजदूरी करने वाले लोगों के लिए कैटल शेड तैयार कराए जाएंगे, ताकि मजदूर अलग-अलग तरह के पशुओं का पालन कर सकें। जिले में साढ़े चार हजार से अधिक मनरेगा मजदूरों के घर पशु शेड बनवाए जाएंगे। मनरेगा विभाग घर-घर टीम भेजकर सूची का सत्यापन करा रहा है।
महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना में काम करने वाले मजदूरों की आर्थिक स्थित ठीक न होने के कारण वे पशु शेड अपने घरों पर तैयार नहीं करा पाते हैं। उसी को ध्यान में रखते हुए शासन स्तर से ऐसे मजदूरों के घर कैटल शेड तैयार कराने के लिए कदम उठाया है। जिले के अंदर इस बार 4698 मजदूरों के घर पशु शेड तैयार कराने का शासन ने लक्ष्य दिया है। खास बात यह है कि शासन स्तर से ही लोगों की सूची भेजी गई है। इससे पहले सचिव और प्रधान के माध्यम से लाभार्थियों का चयन किया जाता था। इसे लेकर पात्र अपात्र चयन को लेकर अधिकारियों को पास शिकायतें आती थीं। मनरेगा डीसी प्रतिभा निमेश ने बताया कि शासन से आई सूची का टीम के माध्यम से घर-घर भेजकर सत्यापन कराया जा रहा है। जिसके दौरान लाभार्थियों से पूछा जा रहा है कि आखिर उन्हें किस तरह का कैटल शेड बनवाना है। उनकी इच्छानुसार पिगरी, पोल्ट्री और पशु शेड तैयार कराए जाएंगे।