क्षय रोगियों की पहचान को स्लम एरिया में अभियान दस्तक
घर-घर पहुंचकर टीमें कर रहीं पड़ताल 12 से 25 जुलाई तक अभियान चलेगा
जासं, एटा: जनपद में क्षय रोगियों की पहचान के लिए खासतौर पर स्लम एरिया पर फोकस किया जा रहा है। क्षय रोग विभाग ने अभियान दस्तक की शुरूआत की है। विभाग की टीमें घर-घर पहुंचकर पड़ताल कर रही हैं।
राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के तहत वर्ष 2026 तक जनपद को क्षय रोग से मुक्त करना है। इसके लिए एटा जनपद में 12 से 25 जुलाई तक दस्तक अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान के तहत क्षय रोगियों की पहचान की जाएगी, ताकि उनका समुचित इलाज हो सके। आशा कार्यकर्ता घर-घर पहुंचेंगी और क्षय रोग के संबंध में जानकारियां जुटाएंगी। लोगों से उनके स्वास्थ्य संबंधी बातचीत की जाएगी। बलगम आदि की जांच भी कराने की व्यवस्था की गई है।
सीएमओ डा. उमेश चंद्र त्रिपाठी ने बताया कि क्षय रोगियों की पहचान के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीमों का निर्धारण किया जाएगा। जिला क्षय रोग अधिकारी डा. सीएल यादव ने बताया कि रोगियों की बलगम जांच एसपीएस, एसटीएलएस एवं टीबीएएचवी द्वारा कराई जाएगी। पाजीटिव रोगी मिलने पर संबंधित आशा को 500 रुपये की प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगी। जिला पीपीएम कोआर्डिनेटर आशीष पाराशरी ने कहा कि आशा द्वारा किए जा रहे सर्वे में विशेष रूप से स्लम एरिया या अन्य बस्तियों में जहां क्षय रोगी अधिक संख्या में हो सकते हैं। इनकी विशेष रूप से मानीटरिग कराई जाएगी, ताकि क्षय रोग के संबंध में जानकारी प्रत्येक घर में पहुंच सके व जल्द से जल्द रोगी चिह्नित कर उन्हें उपचार दिया जा सके। दो सप्ताह से बुखार, अधिक खांसी, बलगम, भूख न लगना, बच्चे के गले में गांठें हो तो ऐसे लोग आशा को निसंकोच जानकारी दें। दिलीप शर्मा, अरविद सिंह चौहान, जितेंद्र कुमार आदि ने भी कार्यक्रम की तैयारियों को परखा।