भारत बंद बेअसर, शहर व कस्बाई इलाकों में खुले रहे बाजार

भारत बंद का एटा जनपद में कोई असर नहीं दिखाई दिया। किसानों ने सड़

By JagranEdited By: Publish:Tue, 28 Sep 2021 05:20 AM (IST) Updated:Tue, 28 Sep 2021 05:20 AM (IST)
भारत बंद बेअसर, शहर व कस्बाई इलाकों में खुले रहे बाजार
भारत बंद बेअसर, शहर व कस्बाई इलाकों में खुले रहे बाजार

जागरण संवाददाता, एटा : भारत बंद का एटा जनपद में कोई असर नहीं दिखाई दिया। किसानों ने सड़कों पर प्रदर्शन किया तथा कलक्ट्रेट पर धरना दिया। जिलेभर में सुरक्षा के चाक-चौबंद बंदोबस्त किए गए थे। किसान संगठनों की गतिविधियां सिर्फ सड़कों तक ही सीमित रहीं।

कृषि कानूनों के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा ने बंद का आह्वान किया था। विपक्ष का बंद को समर्थन प्राप्त था। सुबह से ही किसानों के जत्थे सड़कों पर निकल आए। लोगों से दुकानें न खोलने की अपील की, लेकिन दुकानदारों ने समर्थन नहीं दिया और अपनी दुकानें खोली रखीं। सुबह 11 बजे के बाद अखिल भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिल संघर्षी के नेतृत्च में किसानों का जत्था गांधी मार्केट में बाजार बंद कराने के लिए पहुंच गया। दुकानें बंद कराने को लेकर किसान नेताओं और दुकानदारों में तकरार तक हुई। किसान प्रदर्शन करते हुए सीओ सिटी के दफ्तर के सामने जीटी रोड पर पहुंच गए और सड़क पर बैठकर प्रदर्शन करने लगे। सड़क अवरुद्ध होते ही जाम लग गया। 15 मिनट तक किसान यहां प्रदर्शन करते रहे।

किसानों के उग्र होते ही पुलिस ने सख्ती करनी शुरू कर दी इस दौरान मौके पर मौजूद एसडीएम सदर अलंकार अग्निहोत्री और सीओ सिटी राजकुमार सिंह से किसानों की नोकझोंक हुई। अधिकारियों ने सड़क से हटने की चेतावनी दी तब किसान माने। बंद को सपा, बसपा, कांग्रेस, प्रसपा का समर्थन प्राप्त था। इस दौरान किसान नेताओं ने कहा कि जब तक तीनों कानून वापस नहीं होंगे तब तक आंदोलन खत्म नहीं होगा। उधर भाकियू टिकैत के कार्यकर्ता भी सड़कों पर उतर आए और शहर में जुलूस निकाला। प्रदर्शनकारी हाथों में कृषि कानूनों के खिलाफ स्लोगन लिखीं पट्टिकाएं लिए हुए थे। भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक के जिलाध्यक्ष रघुराज सिंह यादव ने कहा कि किसान कृषि कानूनों के विरोध में शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे हैं, अब सरकार को समझना चाहिए कि किसानों की ताकत सबसे अधिक है।

भारतीय किसान यूनियन राष्ट्रीयतावादी के जिलाध्यक्ष जोगेश कुमार यादव ने कहा कि सरकार किसानों को बर्बाद कर रही है और पूंजीपतियों की गुलाम है, इसलिए आमजन को भी किसानों के आंदोलन के साथ आना चाहिए। इस बीच एटा शहर में हाथी गेट, बाबूगंज, गांधी मार्केट, घंटाघर, सब्जी मंडी, बांस मंडी, सराफा बाजार, लोहा मंडी समेत सभी प्रमुख बाजारों में दुकानें खुली रहीं। वहीं मारहरा, अलीगंज, जैथरा, राजा का रामपुर, सकीट, निधौली कलां, अवागढ़, जलेसर, मिरहची, पिलुआ, मलावन सहित सभी कस्बाई इलाकों में भी भारत बंद का असर नहीं दिखाई दिया और बाजार खुले रहे।

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