कोरोना की जांच के लिए एंटीजन किटों का टोटा

जैसे-जैसे कोरोना का संकट बढ़ रहा है वैसे ही स्वास्थ्य विभाग की सेव

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Apr 2021 02:54 AM (IST) Updated:Thu, 22 Apr 2021 02:54 AM (IST)
कोरोना की जांच के लिए एंटीजन किटों का टोटा
कोरोना की जांच के लिए एंटीजन किटों का टोटा

जागरण संवाददाता, एटा: जैसे-जैसे कोरोना का संकट बढ़ रहा है, वैसे ही स्वास्थ्य विभाग की सेवाओं का बुरा हाल है। विभाग के पास कोरोना की जांच के लिए एंटीजन किट तक उपलब्ध नहीं हैं। बुधवार को तमाम केंद्रों पर किट नहीं थीं। इसलिए आरटीपीसीआर जांच पर खानापूर्ति कर ली गई। लोग जांच के बाद तुरंत परिणाम चाहते हैं, मगर संकट की घड़ी में यह सुविधा उन्हें नहीं मिल पा रही।

एटा जनपद में एंटीजन किट का अकाल सा पड़ गया है। जिला अस्पताल में एंटीजन जांच के लिए लंबी कतार लग रही है। लोगों को मजबूरन आरटीपीसीआर जांच करानी पड़ रही है। जिला अस्पताल की ओपीडी बंद है। ऐसे में कोरोना संदिग्धों को उचित परामर्श नहीं मिल पा रहा। सबसे बड़ी बात यह है कि अगर लोगों को तत्काल पता नहीं चलेगा तो वे कोरोना की दवा भी नहीं ले सकते। बुधवार को जिला अस्पताल के स्वास्थ्य केंद्र पर कोरोना को लेकर जांच कराने आने वालों की काफी भीड़ लगी रही। लोग कर्मचारियों से झगड़ रहे थे और कह रहे थे कि उनकी एंटीजन जांच की जाए, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं था। कतार में खड़े लोग तमाम ऐसे भी थे, जो ठीक से सांस नहीं ले पा रहे थे। ऐसी स्थिति में सबकुछ रामभरोसे चल रहा है। यही स्थिति रोडवेज बस स्टैंड के जांच केंद्र पर देखी गई। वहां भी लोगों की भीड़ जुटी थी। लोग पूछ रहे थे कि उन्हें अपनी जांच के बारे में कब पता चलेगा। तो कर्मचारी भी एक ही जवाब दे रहे थे कि सीएमओ दफ्तर पर जाकर पता करना। ग्रामीण क्षेत्रों में भी किट उपलब्ध नहीं

-----

ग्रामीण क्षेत्रों में जो टीमें पहुंच रही हैं, उनके पास भी एंटीजन किट उपलब्ध नहीं है। आखिर यह किल्लत क्यों हो गई, इसका कोई जवाब अधिकारियों के पास नहीं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी संतोषजनक जवाब नहीं दे रहे। लोग प्रशासनिक एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को फोन कर रहे हैं, मगर जवाब से संतुष्ट नहीं हो पाते। जिला अस्पताल में इमरजेंसी के पर्चे पर भी जांच

----------

जिला अस्पताल की स्थिति इतनी बिगड़ी हुई है कि बुधवार को तमाम लोगों को इसलिए लौटा दिया गया कि उनके पास इमरजेंसी के डाक्टर का पर्चा नहीं था। जांच करने वाले कर्मचारियों ने कह दिया कि जब तक इमरजेंसी के डाक्टर का पर्चा नहीं होगा, तब तक आरटीपीसीआर जांच भी नहीं होगी। एंटीजन किटों की कमी है, लेकिन उच्च अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है। विभिन्न केंद्रों पर जांच की जा रही है। आरटीपीसीआर जांच के मरीजों को जांच रिपोर्ट भी दी जा रही हैं। सीएमओ डा. अरविद गर्ग ने बताया कि यह देखा जा रहा है कि एंटीजन किट कहां कम पड़ रहीं हैं, उनकी व्यवस्था की जा रही है तथा स्टाक भी देखा जा रहा है।

chat bot
आपका साथी