सबसे अधिक धनराशि खर्च करने वाली पंचायतों में कार्यो की जांच शुरू
चार माह में पांच पंचायतों में हुआ सबसे अधिक खर्च धनराशि प्रधानों का कार्यकाल समाप्त होने के बाद प्रशासक नियुक्त के समय आहरण हुई
जासं, एटा: ग्राम पंचायत अधिकारियों (वीडीओ) ने ग्राम निधि खाते धनराशि निकालने में कोताही नहीं बरती है। चार माह में ही मोटी रकम निकाल कर विकास कार्य कराने की रिपोर्ट भेजी है। पांच ग्राम पंचायतों में सबसे अधिक धनराशि निकाली है। इसे लेकर अपर मुख्य सचिव ने इन ग्राम पंचायतों में खर्च हुई धनराशि की जांच शुरू कराई है। अधिकारियों को 15 दिवस के अंदर जांच आख्या शासन को सौंपनी होगी।
सरकार ने प्रधानों का कार्यकाल समाप्त होने से पहले ही एलान किया था कि जो ग्राम पंचायतें सबसे अधिक सरकारी धनराशि खर्च करेंगी। उनकी अलग से टीम बनाकर विकास कायरें की जांच कराई जाएगी, मगर इस पर गौर न करते हुए पंचायत स्तर के अधिकारियों ने जल्दबाजी करते हुए ग्राम निधि के खातों से मोटी धनराशि निकाली है। इसकी शासन स्तर से निगरानी की जा रही थी। उसी को लेकर शीतलपुर की ग्राम पंचायत जिरस्मी, निधौलीकलां ब्लाक की बरई, जैथरा की सहोरी और जलेसर की गुदाऊ और लोहचा नाहरपुर ग्राम पंचायतों में खर्च हुए धन की जांच कराई जा रही है। इन ग्राम पंचायतों में महज चार माह के अंदर ही लाखों रुपये की धनराशि सरकारी खाते से निकाल ली। यह धनराशि प्रधानों का कार्यकाल समाप्त होने के बाद प्रशासक नियुक्त के समय आहरण हुई है। जिला पंचायत राज अधिकारी आलोक कुमार प्रियदर्शी ने कहा कि अपर मुख्य सचिव की तरफ से भेज गए पत्र पर टीम बनाकर पंचायतों में हुए विकास कार्यो की जांच शुरू करा दी गई है। निर्धारित समय पर शासन को जांच आख्या भेजी जाएगी।