एटा में कोरोना से 138 और पाजिटिव, तीन की मौत
तीन घंटे पूर्व आए पाजिटिव ने भी दम तोड़ा आरटीपीसीआर जांच में देरी से गंभीर हो रहे मरीज
जासं, एटा : कोरोना को लेकर आई जांच रिपोर्ट में 180 लोग और पाजिटिव पाए गए, जबकि तीन लोगों की मौत हो गई। बागवाला के एल-2 अस्पताल में एक ऐसे युवक ने दम तोड़ दिया जो मात्र तीन घंटे पूर्व पाजिटिव आया था। आरटीपीसीआर जांच में हो रही देरी, मरीजों की गंभीर हालत का सबब बन रही है।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा कराई गई जांच के दौरान आरटीपीसीआर और एंटीजन जांच में पाजिटिव आए 138 लोगों में से कई लोगों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जबकि 62 वर्षीय शीला देवी और 26 वर्षीय गोविद की बागवाला एल-2 अस्पताल में मौत हो गई। यह आंकड़े प्रशासन ने जारी किए हैं, जबकि निधौली कलां क्षेत्र में नीलगंज माध्यमिक स्कूल के प्रधानाध्यापक महेशचंद्र की भी कोरोना से मौत हुई है। इसके अलावा दो और शिक्षकों की मौत एक दिन पूर्व हो गई थी, लेकिन यह आंकड़े प्रशासन के आंकड़ों में शुमार नहीं हैं। सकीट, घुमराया, मलावन पावर प्लांट, नगला इंदी, भोजपुरा, मुहल्ला बनियान, नगला गजपत, पशु चिकित्सालय के चिकित्सक, बड़ा बाजार मारहरा, आजमपुर, धरपसी, करसैला, नगला अजीत, पिदौरा, अंबेडकर नगर, सिरसा बदन, इनाम नगर, दूल्हापुर, असरौली, गंगनपुर, बसुंधरा, सहनऊआ, जिरसमी, जिनावली, बसई, नगला अहीर, हरसिंहपुर, जीसुखपुर, करबला वाली गली, कुठिला, सुनहरी नगर, फूलपुर, राजपुर, लालपुर, अंबारी, माल गोदाम रोड, कुतुकपुर, इंद्रपुरी, महिला थाने के एक पुलिस कर्मी, आवास विकास कालोनी, अरुणा नगर, एमपी नगर, सीएमओ आफिस के कर्मचारी, पुरानी बस्ती, यादगारपुर, नरहरा, रूपसपुर, मलावन, दिनेश नगर, शांतिनगर, संजय नगर आदि में महिला, पुरुष संक्रमित हुए हैं। खास बात यह है कि इनमें युवा वर्ग के लोग अधिक शामिल हैं। जांच में देरी से जा रही जान
आरटीपीसीआर जांच जल्दी नहीं हो पा रही। जांच रिपोर्ट आने में पांच दिन का वक्त लग जाता है। अगर किसी की हालत खराब है तो उसे पांच दिन तक कोविड के इलाज का इंतजार करना पड़ता है। इस वजह से कई मरीजों की जान चली गई है। दूसरी तरफ मौत का आंकड़ा प्रतिदिन बढ़ रहा है।