जिला अस्पताल में बढृी मरीजों की भीड़, व्यवस्था तार-तार

महर्षि देवहरा बाबा मेडिकल कालेज से संबद्ध जिला अस्पताल में सोमवार को मरीजों की भीड़ से चिकित्सा व्यवस्था धराशाई हो गई। रजिस्ट्रेशन कक्ष से लेकर ओपीडी व पीआइसीयू तक मरीजों की भीड़ उमड़ी रही। एक्स-रे कक्ष पैथालाजी व हड्डी रोग विभाग में मरीजों ने हंगामा किया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 28 Sep 2021 12:13 AM (IST) Updated:Tue, 28 Sep 2021 12:13 AM (IST)
जिला अस्पताल में बढृी मरीजों की भीड़, व्यवस्था तार-तार
जिला अस्पताल में बढृी मरीजों की भीड़, व्यवस्था तार-तार

देवरिया: महर्षि देवहरा बाबा मेडिकल कालेज से संबद्ध जिला अस्पताल में सोमवार को मरीजों की भीड़ से चिकित्सा व्यवस्था धराशाई हो गई। रजिस्ट्रेशन कक्ष से लेकर ओपीडी व पीआइसीयू तक मरीजों की भीड़ उमड़ी रही। एक्स-रे कक्ष, पैथालाजी व हड्डी रोग विभाग में मरीजों ने हंगामा किया। बुखार डेस्क व दवा वितरण कक्ष में कई दवाएं नहीं थी। डाक्टर मरीजों को इलाज दिए लेकिन मरीजों की भीड़ के सामने बेबस दिखे। महर्षि देवरहा बाबा मेडिकल कालेज के प्रधानाचार्य डा. आनंद मोहन वर्मा ने बताया कि डाक्टरों सख्त निर्देश दिया गया है कि मरीजों को हर हाल में बेहतर इलाज दिया जाए। डाक्टर अपनी पूरी क्षमता के साथ कार्य भी कर रहे हैं। जहां भी समस्या है उसका समाधान किया जा रहा है। 1507 मरीजों का रजिस्ट्रेशन

जिला अस्पताल में 1560 मरीजों का रजिस्ट्रेशन किया गया। रजिस्ट्रेशन कराने के लिए सुबह ही लंबी लाइन लग गई। लोग कीचड़ पानी के बीच रजिस्ट्रेशन कराने के लिए अपनी बारी का घंटो इंतजार किए। मौसम की खराबी के बाद भी अस्पताल में भीड़ कम नहीं हुई। एक बजे तक लोग अस्पताल में जमें रहे। मरीजों को नहीं मिला स्ट्रेचर

अस्पताल में सर्वाधिक परेशानी हड्डी रोग विभाग के मरीजों को उठानी पड़ी। इमरजेंसी एमसीएच विग में तकरीबन तीन सौ मीटर दूर चल रहा है। इमरजेंसी में मरीज को दिखाने के बाद हड्डी रोग विभाग में मरीजों को प्लास्टर व एक्सरे के लिए आना पड़ा। उसमें भी मरीजों को स्ट्रेचर नहीं मिला। घायल को उनके स्वजन सहारा देकर हड्डी रोग विभाग तक ले आए। करज हाटा के रहने वाले जितेंद्र, सलेमपुर के बुद्धु, रामनाथ देवरिया के रंजीत को उनके स्वजन टांग कर एक्सरे कक्ष व हड्डी रोग विभाग पहुंचे। पीआइसीयू व चिल्ड्रेन वार्ड में तीमारदारों का मेला

पीआइसीयू में 51 मरीज भर्ती हैं। पीआसीयू व चिल्ड्रेन वार्ड में एक मरीज पर पांच से आठ अटेंडेंट मौजूद हैं। जिससे संक्रमण का खतरा और बढ़ गया है। स्वास्थ्य कर्मियों के बाहर निकालने पर तीमारदार मारपीट पर आमादा हो जा रहे हैं।

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