आभूषण की जिद में चली गई दो जिंदगी
कटइलवा निवासी आनंद निषाद बंगलुरू में रह कर पेंटिग का कार्य करते हैं। घर पर उसकी पत्नी संगीता और तीनों बेटे रहते थे। तीन भाइयों का परिवार संयुक्त है। नौ मई को छोटे भाई की शादी तय है। स्वजन के अनुसार वह आभूषण को लेकर नाराज जरूर थी। लेकिन किसी को इस तरह की जिद का अहसास नहीं था।
देवरिया: बरहज के ग्राम कटइलवा में गहने की •िाद ने कलेजा पत्थर कर दिया। खुद के साथ मासूम बेटों की जिदगी खत्म करने की ठान ली। इसमें महिला और उसके दिव्यांग बेटे शिवराज की मौत हो गई। दो मासूमों की जिदगी बच गई है। दोनों इस घटना से बेहद डरे और सहमे हुए हैं।
कटइलवा निवासी आनंद निषाद बंगलुरू में रह कर पेंटिग का कार्य करते हैं। घर पर उसकी पत्नी संगीता और तीनों बेटे रहते थे। तीन भाइयों का परिवार संयुक्त है। नौ मई को छोटे भाई की शादी तय है। स्वजन के अनुसार वह आभूषण को लेकर नाराज जरूर थी। लेकिन किसी को इस तरह की जिद का अहसास नहीं था।
संगीता ने रात को लगभग दस बजे अपने पति व अन्य रिश्तेदारों को वाटसएप से आत्महत्या करने के लिए मैसेज भी की थी। लेकिन लोग काफी देर बाद मैसेज को देखा। तब तक संगीता के कमरे में बच्चे तड़प रहे थे। इसी बीच आनंद ने स्वजन को बंगलुरु से फोन भी किया। उधर मृतक संगीता के मायका में खबर मिलते ही स्वजन जिला अस्पताल पहुंचे। भाई रिकेश पुत्र स्व. गुलाबचंद निवासी हरदिया थाना सिकंदरपुर जिला बलिया ने पुलिस को तहरीर देकर परिजनों पर जहर देकर मारने का आरोप लगाया है। मां ने गिलास में घोल कर पिलाया
जिला अस्पताल में भर्ती जयराज का कहना है कि रात को मां आंख में आंसू लेकर हम लोगों के पास आई, हम लोग अब सोने जा रहे थे, सभी को जगाने के बाद एक गिलास में कुछ घोला और फिर सभी को पिलाने के साथ ही अपने भी उस गिलास का पानी पी लिया। कुछ ही देर बाद हम लोग उलटी करने लगे। साहब, हम तो हमेशा उसे समझाती
संगीता की सास शनिचरी देवी का कहना है कि केवल एक मंगलसूत्र ही संगीता को कम दिया गया था, जिस दिन से आभूषण खरीद कर आया, उसी दिन से वह नाराज हो गई। हम उससे कहे थे कि शादी हो जाने दो, उसके बाद कर्ज लेकर तुम्हारा भी मंगलसूत्र बनवा दूंगी। अगर ऐसा अनुमान होता तो खेत बेच कर आभूषण खरीद देती।