बिना नोटिस के दुकानों को ध्वस्त करने के खिलाफ व्यापारियों का धरना
शहीद रामचंद्र विद्यार्थी की स्मृति में स्वीकृत संग्रहालय की जद में आने वाली दुकानों को ध्वस्त कराने का मामला तूल पकड़ लिया है। इसके विरोध में व्यापारियों ने शनिवार को सुभाष चौक पर धरना दिया। आरोप लगाया कि बिना नोटिस के ही दुकानों को ध्वस्त कर दिया गया।
देवरिया: शहीद रामचंद्र विद्यार्थी की स्मृति में स्वीकृत संग्रहालय की जद में आने वाली दुकानों को ध्वस्त कराने का मामला तूल पकड़ लिया है। इसके विरोध में व्यापारियों ने शनिवार को सुभाष चौक पर धरना दिया। आरोप लगाया कि बिना नोटिस के ही दुकानों को ध्वस्त कर दिया गया। व्यापारियों ने एसडीएम सदर व कोतवाल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
सुबह 11 बजे व्यापारी संगठनों व वैश्य समाज के लोग सुभाष चौक पर एकत्र हुए और धरने पर बैठ गए। जनपद व्यापार मंडल के अध्यक्ष अखिलेश जायसवाल ने कहा कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई न होने पर सभी व्यापार मंडलों के पदाधिकारी व वैश्य समाज के सहयोग से प्रशासन के खिलाफ जोरदार आंदोलन चलाया जाएगा। प्रतिनिधि उद्योग व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष बासुदेव वर्मा स्वर्णकार ने शासन से घटना की निष्पक्ष जांच कराकर दोषी प्रशासनिक अधिकारी व पुलिस वालों के खिलाफ मुकदमा कायम करने की मांग की। उप्र उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के प्रांतीय उपाध्यक्ष व जिलाध्यक्ष तेज प्रताप जायसवाल ने कहा कि एसडीएम व कोतवाल के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। इस मौके पर हृदयानारायण जायसवाल, अरविद गुप्ता एडवोकेट, कृपानिधान गुप्ता, मंटू बाबू जायसवाल, सुरेंद्र जायसवाल, पवन जायसवाल दीपू, खुर्शेद आलम, ऋषिकेश जायसवाल, राजकुमार जायसवाल, कृष्ण कुमार जायसवाल, रवि कुमार गुप्ता, विजय वर्मा, फैयाज आलम, दामोदर वर्मा, विजय गुप्ता, अनूप गुप्ता, रितेश बरनवाल, ऋतिक वर्मा आदि मौजूद रहे। रिहायशी झोपड़ी में आग लगने से दंपति झुलसे
तरकुलवा थानाक्षेत्र के सकतुआ गांव में शुक्रवार की रात को रिहायशी झोपड़ी में आग लगने से दंपति झुलस गए। आग की चपेट में आने से में एक गाय व दो बकरियां की मर गई गईं। बाक्स में रखा दस हजार नगदी भी खाक हो गया। मौके पर जुटे लोगों ने झुलसे लोगो को एंबुलेंस से सीएचसी भेजवाया। जहां पर हालत गंभीर देख डाक्टरों ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया। उक्त गांव के नियामत अंसारी अपने मकान के पीछे बने रिहायशी झोपड़ी में रहते हैं। वहीं पशु भी रहते हैं। भोजन के बाद पशुओं को बांध कर नियामत और उनकी पत्नी झोपड़ी में सो गए। अलाव की चिगारी से रात 11बजे के करीब अचानक झोपड़ी में आग लग गई जिससे दोनों झुलस गए। जबकि एक गाय और दो बकरियां जलकर मर गयीं। आग से दस हजार रुपये नकद, एवं दैनिक उपयोग की चीजें भी जलकर राख हो गई हैं। ग्रामीणों द्वारा काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। घटना की सूचना पाकर राजस्व कर्मियों ने मौके पर पहुंचकर नुकसान का जायजा लिया।