पुलिस ने नहर में फेंकी श्रीकृष्ण की प्रतिमा, थानेदार नपे

देवरिया में नौ अगस्त को एसडीएम ने दी थी जन्माष्टमी आयोजन की अनुमति।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 12 Aug 2020 10:08 PM (IST) Updated:Wed, 12 Aug 2020 10:08 PM (IST)
पुलिस ने नहर में फेंकी श्रीकृष्ण की प्रतिमा, थानेदार नपे
पुलिस ने नहर में फेंकी श्रीकृष्ण की प्रतिमा, थानेदार नपे

देवरिया: रामपुर कारखाना थाना क्षेत्र के सवरेजी खर्ग गांव में जन्माष्टमी पर रखी गई भगवान श्रीकृष्ण की प्रतिमा को पुलिस ने मंगलवार की रात नहर में फेंक दिया। प्रशासन की अनुमति लेकर आयोजन कर रहे ग्रामीणों ने हंगामा किया तो डीएम और एसपी आधी रात को मौके पर पहुंचे। थानेदार और इंस्पेक्टर क्राइम को हटा दिया गया। कार्रवाई के बाद ग्रामीणों का गुस्सा शांत हुआ।

ग्रामीणों का कहना है कि नौ अगस्त को एसडीएम कार्यालय से एक दिवसीय जन्मोत्सव कार्यक्रम की अनुमति लेकर ही प्रतिमा रखी गई। मंगलवार की रात रामपुर कारखाना पुलिस पहुंची और अनुमति निरस्त होने की बात कहते हुए प्रतिमा को तत्काल हटाने का दबाव बनाया। ग्रामीणों ने श्रीकृष्ण जन्म और रात होने का हवाला देकर अगले दिन सुबह प्रतिमा हटाने का निवेदन किया। ग्रामीणों का आरोप है कि बात होने के दौरान ही पुलिस ने प्रतिमा उठाकर नहर में फेंक दी।

ग्रामीणों ने प्रशासन से शिकायत की। स्थिति की गंभीरता देखकर डीएम अमित किशोर व एसपी डॉ. श्रीपति मिश्र रात में ही गांव पहुंचे और ग्रामीणों की बात सुनी। एसपी ने थाने के प्रभारी निरीक्षक जयंत सिह को पुलिस लाइन और इंस्पेक्टर क्राइम लालजी यादव को क्राइम ब्रांच भेज दिया गया। वहीं, सर्विलांस सेल के प्रभारी घनश्याम सिंह को रामपुर कारखाना थाने का प्रभारी थानाध्यक्ष बना दिया गया। बुधवार की शाम जयंत कुमार सिंह को एंटी ह्यूंमन ट्रैफिकिंग यूनिट मे भेज दिया गया। प्रतिमा हटाकर नहर में फेंकने के मामले में एसओ रामपुर कारखाना जयंत सिंह व अपराध निरीक्षक लालजी यादव को हटा दिया गया है। प्रकरण की जांच कराकर दोषी के खिलाफ कार्रवाई होगी।

डा.श्रीपति मिश्र, एसपी शांति व्यवस्था बनाने की जिम्मेदारी पुलिस की थी, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। लापरवाही बरतने वालों को हटा दिया गया है। आदेश जारी करने वाले के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।

अमित किशोर, डीएम शासन से जन्माष्टमी पर जुलूस व झांकी पर रोक है। थानाध्यक्षों को निर्देशित किया गया था कि कोई प्रतिमा स्थापना न हो। ऐसे में प्रतिमा स्थापित करने के पूर्व में दिए गए आदेश को निरस्त कर दिया गया।

सौरभ सिंह, एसडीएम सदर

chat bot
आपका साथी