निरीक्षण में तीन अधिकारी व 51 कर्मचारी अनुपस्थित
डीएम अमित किशोर ने तीन दिन पहले सुबह 10 बजे कई विभागों का निरीक्षण किया था। जिसमें लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड के 15 सेतु निगम के दो कलेक्ट्रेट परिसर स्थित अभियोजन कार्यालय के13 डीएम कार्यालय के 15 कर्मचारी अनुपस्थित रहे। उपस्थिति पंजिका पर इनका हस्ताक्षर नहीं बना था। डीएम ने सभी से स्पष्टीकरण मांगा है।
देवरिया: मुख्यमंत्री के फरमान का असर अधिकारियों व कर्मचारियों पर नहीं दिख रहा है। सुबह 10 बजे आफिस पहुंचने के आदेश पर अमल नहीं हो रहा है। प्रभारी सीडीओ सुमित यादव ने शुक्रवार को सवा 10 बजे विकास भवन के 12 विभागों का निरीक्षण किया, जिसमें तीन अधिकारी व 51 कर्मचारी अनुपस्थित मिले। अनुपस्थित तीनों अधिकारियों से स्पष्टीकरण व कर्मचारियों का एक दिन का वेतन बाधित किया।
ये कर्मचारी रहे अनुपस्थित
जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी मीनू सिंह, अपर जिला पंचायत राज अधिकारी जयप्रकाश सिंह, आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी दिनेश चौरसिया, डीडीओ आफिस-निर्भय कुमार सिंह, विनोद कुमार, अनिता श्रीवास्तव, सुनिता श्रीवास्तव, मु.आरिफ, अविनाश कुमार आर्य, मोहन यादव, अरविद पति त्रिपाठी। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी कार्यालय-अमरेंद्र कुमार सिंह, अरविद पति त्रिपाठी, सत्यप्रकाश गौतम, रामनारायण चतुर्वेदी, कृष्णकांत तिवारी, अशोक कुमार यादव, अनुपम शर्मा, रविद्र यादव। जिला युवा कल्याण एवं प्रादेशिक विकास दल अधिकारी कार्यालय- दुर्गावती देवी। डीआरडीए-रगवत उल्लाह खां, जलालुद्दीन मोहम्मद अकबर खां, कपिलदेव सिंह, अशोक कुमार कुशवाहा। जिला कृषि अधिकारी कार्यालय-धीरेंद्र प्रताप सिंह, संजय मिश्र, डीपीआरओ कार्यालय-अरविद कुमार गोंड, गौरव तिवारी, रंजीत जायसवाल, प्रशांत कुमार बरनवाल। जिला कार्यक्रम अधिकारी कार्यालय-बीरबल प्रसाद, देवेंद्र कुमार सिंह। आरईडी-विजय बहादुर उपाध्याय, सुधाकर पांडेय, सुभाष चंद्र यादव, अरुण मिश्र, दिनेश मल्ल, शीला चतुर्वेदी, उषा गुप्ता, अजय कुमार सिंह, शंभू शरण श्रीवास्तव, सुधीर कुमार श्रीवास्तव, वीरेंद्रनाथ, विपिन बिहारी मिश्र, मोतीलाल, बबलू सिंह, राजकिशोर, सुनील सिंह, कुसमावती देवी। लघु सिचाई विभाग-अरविद कुमार सिंह। एआर कोआपरेटिव कार्यालय-सुरेश चंद्र गुप्ता, शिवेंद्र विक्रम मौर्य, सुनील कुमार। डीएसटीओ कार्यालय-लोकेश कुमार। यूपी नेडा-द्वारिका।
45 कर्मचारियों से मांगा स्पष्टीकरण
डीएम अमित किशोर ने तीन दिन पहले सुबह 10 बजे कई विभागों का निरीक्षण किया था। जिसमें लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड के 15, सेतु निगम के दो, कलेक्ट्रेट परिसर स्थित अभियोजन कार्यालय के13, डीएम कार्यालय के 15 कर्मचारी अनुपस्थित रहे। उपस्थिति पंजिका पर इनका हस्ताक्षर नहीं बना था। डीएम ने सभी से स्पष्टीकरण मांगा है।