सिपाही बता महिला को युवक ने किया फोन, दी धमकी
भटनी थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली महिला के पति की सात साल पहले मौत हो गई। महिला को एक बेटा है बेटे की परवरिश के लिए वह देवरिया में कांशीराम आवास में रहती है साथ ही एक निजी अस्पताल में काम करती है।
देवरिया: प्रेमी से दूरी बनाना एक महिला को महंगा पड़ गया है। कभी खुद तो कभी दूसरे युवकों से फोन कराकर प्रेमी धमकी दिला रहा है। गुरुवार की देर शाम तो कोतवाली का सिपाही बन एक युवक ने महिला को फोन कर धमकी दी और फर्जी मुकदमे में फंसाने की बात कही। पुलिस की जांच में युवक पुलिसकर्मी नहीं निकला। उधर महिला थानेदार ने एसपी के निर्देश पर पूरे प्रकरण की जांच की। हालांकि देर शाम तक इस मामले में कार्रवाई नहीं हो सकी थी।
भटनी थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली महिला के पति की सात साल पहले मौत हो गई। महिला को एक बेटा है, बेटे की परवरिश के लिए वह देवरिया में कांशीराम आवास में रहती है, साथ ही एक निजी अस्पताल में काम करती है। कुछ साल पहले देवरिया निवासी एक युवक से उसकी नजदीकी हो गई। दोनों कुछ दिनों तक पति-पत्नी की तरह रहे भी। चार माह पहले दोनों के रिश्तों में दरार आ गया और महिला ने प्रेमी से दूर रहने की बात कही, लेकिन इसके बाद वह महिला को प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। कई बार महिला की पिटाई भी की। अब महिला को खुद फोन कर जान से मारने की धमकी देता है।
महिला थानाध्यक्ष शोभा सिंह सोलंकी ने कहा कि फोन करने वाला सिपाही नहीं है। जल्द ही आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।
सिपाही ने दिखायी ईमानदारी, गिरे रुपये वापस किया
बरहज में तैनात एक सिपाही ने ईमानदारी का परिचय दिया और एक खाता धारक के नौ हजार रुपये वापस किया। सिपाही के इस कार्य की हर तरफ सराहना की जा रही है।
बरहज थाने पर तैनात सिपाही विकास कुमार की इलाहाबाद बैंक की शाखा पर ड्यूटी थी। ड्यूटी के दौरान सिपाही ने देखा कि नौ हजार रुपये गिरा है। सिपाही रुपये उठा कर उसे शाखा प्रबंधक को दे दिया। कुछ देर बाद जिनका रुपया गिरा था, वह रामसिंह थे। अपने रुपये की तलाश कर रहे थे। सिपाही ने उनके रुपये वापस कराया। सिपाही के इस कार्य की हर तरफ सराहना की जा रही है। पर्स किया वापस गौरीबाजार थाना क्षेत्र के खैराबनुआ स्थित महाविद्यालय के प्रबंधक राजन राय एक गिरा हुआ पर्स पाए, उसमें ढाई हजार रुपये नकद समेत अन्य सामान थे, उन्होंने तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी। बाद में पता चला कि वह पर्स तो गोरखपुर जनपद के चौरीचौरा निवासी अजय गुप्ता की है। उन्होंने अजय को बुलाकर वापस कर दिया।