नालों पर स्लैब के बीच गैपिग बरकरार, हादसे का फिर इंतजार
विकास भवन गेट पर प्रशासनिक लापरवाही ने मासूम की जान ले ली। बावजूद इसके जिम्मेदार अभी गंभीर नहीं हुए हैं। शहर के प्रमुख स्थानों पर स्लैब के बीच नालों पर गैप छोड़ दिया गया है।
देवरिया: विकास भवन गेट पर प्रशासनिक लापरवाही ने मासूम की जान ले ली। बावजूद इसके जिम्मेदार अभी गंभीर नहीं हुए हैं। शहर के प्रमुख स्थानों पर स्लैब के बीच नालों पर गैप छोड़ दिया गया है। जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन व अपर जिलाधिकारी प्रशासन कुंवर पंकज के सख्त निर्देश के बावजूद नालों के गैप को नहीं भरा गया। यही स्थित रही तो किसी दिन और बड़ा हादसा होने से इन्कार नहीं किया जा सकता।
शहर में जल निकासी की व्यवस्था बेहतर करने के लिए नाला का निर्माण कराया गया है। शहर के सिविल लाइंस, सीसी रोड समेत अन्य जगहों पर नाला का निर्माण कराया गया है। सिविल लाइंस रोड में नाले के निर्माण व स्लैब रखने की जिम्मेदारी लोक निर्माण विभाग को दी गई थी। नाला का निर्माण तो हो गया, लेकिन अधिकांश जगहों पर स्लैब नहीं रखा गया है। कुछ जगहों पर स्लैब रखा गया है तो गैप छोड़ दिया गया है। गैप कहीं और नहीं, बल्कि जिलाधिकारी आवास के ठीक सामने, जिला पंचायत के सामने, विकास भवन के पास, कचहरी चौराहा, रोडवेज के समीप, लोक निर्माण विभाग कार्यालय के सामने, पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सामने भी गैप है। सोमवार की रात स्लैब में गैप में गिरने से तीन साल की मासूम की विकास भवन गेट पर मौत हो गई। इसके बाद भी नगर पालिका प्रशासन इसको लेकर गंभीर नहीं दिख रहा है। नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी रोहित सिंह ने कहा कि गैप भरवाने का कार्य जल्द शुरू हो जाएगा। स्लैब कम क्यों हैं इसके लिए लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों से बात की जाएगी।