तीसरे दिन मिला युवक का शव, मची चीख-पुकार

मुख्य अतिथि हारुन अली ने कहा कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के संस्थापक सर सैय्यद अहमद खान को 1857 की क्रांति ने झकझोर दिया था। अंग्रेजों को उन्हीं की भाषा में जवाब देने के लिए आधुनिक शिक्षा को हथियार बनाया। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय बनाने से पूर्व एमएओ कालेज का निर्माण शिक्षा के माध्यम से भारतवासियों के सशक्तीकरण के लिए किया था।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Oct 2021 11:03 PM (IST) Updated:Sun, 17 Oct 2021 11:03 PM (IST)
तीसरे दिन मिला युवक का शव, मची चीख-पुकार
तीसरे दिन मिला युवक का शव, मची चीख-पुकार

देवरिया: प्रतिमा विसर्जन के दौरान छोटी गंडक नदी में डूबे युवक का शव तीसरे दिन टेघरा गांव के सामने रविवार की सुबह बरामद हो गया। शव मिलने के बाद स्वजन में चीख-पुकार मच गई।

खुखुंदू थाना क्षेत्र के पिपरा शुक्ल गांव का रहने वाला नागेश तिवारी पुत्र पन्ना तिवारी चार भाई व एक बहन में चौथे नंबर का था। वह मालीबारी स्थित एक डिग्री कालेज में बीएससी द्वितीय वर्ष का छात्र था। शुक्रवार की देर शाम वह गांव के युवकों के साथ बैकुंठपुर गांव के सामने छोटी गंडक नदी में दुर्गा माता के मूर्ति विसर्जन के लिए गया था। विसर्जन के दौरान वह गहरे पानी में चला गया। अंधेरा होने के कारण नदी में डूब गया। युवकों के शोर मचाने पर पुलिस पहुंच गई। पीएसी बाढ़ राहत दल ने शनिवार को पूरे दिन तलाशी अभियान चलाया था। रविवार की सुबह बैकुंठपुर से पांच किमी दूर टेघरा गांव के सामने शव उतराया मिला। बरियारपुर थानाध्यक्ष विजय बहादुर ने बताया कि शव की शिनाख्त हो गई है।

जिला अस्पताल की इमरजेंसी से चार आक्सीजन कंसंट्रेटर चोरी

जिला अस्पताल की इमरजेंसी के वार्ड से शनिवार की रात चार आक्सीजन कंसंट्रेटर चोरी हो गया। सुबह जब इसके बारे में जानकारी हुई तो इमरजेंसी के प्रभारी डा. रोहित सिंह व आरपी त्रिपाठी फार्मासिस्ट ने इसकी सूचना मेडिकल कालेज के प्रधानाचार्य व कोतवाली पुलिस को दी।

जयंती पर याद किए गए सर सैयद अहमद खान

शहर के मालवीय रोड स्थित अंजुमन इस्लामिया हायर सेकेंड्री स्कूल परिसर में अंजुमन इस्लामिया कमेटी के तत्वावधान में रविवार को अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के संस्थापक सर सैय्यद अहमद खान की जयंती मनाई गई।

मुख्य अतिथि हारुन अली ने कहा कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के संस्थापक सर सैय्यद अहमद खान को 1857 की क्रांति ने झकझोर दिया था। अंग्रेजों को उन्हीं की भाषा में जवाब देने के लिए आधुनिक शिक्षा को हथियार बनाया। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय बनाने से पूर्व एमएओ कालेज का निर्माण शिक्षा के माध्यम से भारतवासियों के सशक्तीकरण के लिए किया था। उनका मानना था कि उत्तेजनात्मक राजनीति के बजाय शिक्षा ही स्वाधीनता का मार्ग प्रशस्त कर सकती है। 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के संबंध में जिन भारतीयों को कड़ी सजा दी जा रही थीं, सर सैयद ने उनको रोकने में अग्रणी भूमिका निभाई।

अंजुमन इस्लामिया के सदर मुहम्मद जलालुद्दीन खान ने कहा कि सर सैय्यद अहमद खान ने शिक्षा के क्षेत्र में जो काम किया है, उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता।

इमरान खान, गफ्फार अंसारी, हैदर अली, रामप्रताप सिंह, मुहम्मद कैफ, शमसुज्जमा, आशिफ रिजवान, आमीर,अहटशामुलहक को सम्मानित किया गया। राशिद खान,मुन्ना लारी, इजहारुल हक, नाजिम आफताब अहमद, जहीरुल बारी, जमील अहमद, आजम शाह, तारिक अहमद, डाक्टर गुलाम नवी, इमरान खान, हैदर अली, राम प्रताप सिंह, मैनुद्दीन अंसारी, रिजवानुल्लाह खान, मौजूद रहे। मुख्य अतिथि ने विद्यालय में आरओ प्लांट लगाने की घोषणा की।

chat bot
आपका साथी