कोरोना लक्षण वाले व्यक्तियों को चिह्नित करने के लिए सर्वे शुरू

जागरण संवाददाता देवरिया कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर पर काबू पाने के लिए मंगलवार से

By JagranEdited By: Publish:Tue, 18 May 2021 10:56 PM (IST) Updated:Tue, 18 May 2021 10:56 PM (IST)
कोरोना लक्षण वाले व्यक्तियों को चिह्नित करने के लिए सर्वे शुरू
कोरोना लक्षण वाले व्यक्तियों को चिह्नित करने के लिए सर्वे शुरू

जागरण संवाददाता, देवरिया: कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर पर काबू पाने के लिए मंगलवार से दो दिवसीय

सघन डोर-टू-डोर रैपिड सर्वे शुरू हो गया है। कोरोना के लक्षण वाले

व्यक्तियों को चिह्नित किया जा रहा है। निगरानी समितियों के माध्यम से यह कार्य कराया जा रहा है।

सर्वे में कोरोना पाजिटिव व्यक्ति, कोरोना लक्षण वाले, आक्सीजन की तत्काल आवश्यकता वाले व्यक्ति की जानकारी एकत्र की जा रही है। सर्वे कार्य में स्वास्थ्य, बाल विकास परियोजना, पंचायतीराज विभाग, ग्राम्य विकास विभाग के कर्मचारी लगाए

गए हैं। सेक्टर मजिस्ट्रेट प्रतिदिन की सूचना अपर जिला मजिस्ट्रेट

(प्रशासन) देवरिया को उपलब्ध कराएंगे।

जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन ने कहा कि कोरोना संक्रमण रोकने के लिए डोर-टू-डोर रैपिड सर्वे कराया जा रहा है। निगरानी समितियों को यह जिम्मेदारी दी गई है। इसकी रिपोर्ट प्रतिदिन उपलब्ध कराना होगा।

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कमांड सेंटर में करें फोन, होगा समाधान

देवरिया: डीएम आशुतोष निरंजन ने बताया कि कलेक्ट्रेट सभागार में एकीकृत कोविड कमांड सेंटर स्थापित किया गया है। इसका टेलीफोन नंबर 05568-222505 है। कोरोना से जुड़ी किसी भी समस्या जैसे जांच, लैब, एंबुलेंस, चिकित्सकीय परामर्श, क्षेत्रों में सैनिटाइजेशन, अस्पतालों में बेड की उपलब्धता आदि की जानकारी के लिए संपर्क कर सकते हैं। समस्याओं का समाधान किया जाएगा।

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सक्रिय हुईं निगरानी समितियां

जागरण संवाददाता पथरदेवा,देवरिया: पथरदेवा ब्लाक क्षेत्र के गांवों में गठित निगरानी समितियों की बैठक मंगलवार को हुई। जिसमें समिति से जुड़े लोगों को उनकी जिम्मेदारियों के बारे में जानकारी दी गई।

खंड विकास अधिकारी आलोक कुमार सिंह ने बताया कि गांव में कोरोना संक्रमण विस्तार कर रहा है। ऐसे में गांव की निगरानी समिति एक महत्वपूर्ण अंग है। गांव में जो भी लोग बाहर से आ रहे हैं ,उनकी जानकारी देने के साथ साथ आशा, एएनएम आदि घर पहुंकर उनकी जांच करें। जांच के जो भी परिणाम आए उनकी जानकारी ब्लाक के अधिकारियों को दी जाए। यहां से स्वास्थ्य विभाग की मदद से संदिग्ध का उपचार व उचित प्रबंधन होगा। इससे बचने के लिए कोविड गाइडलाइन का पालन करना आवश्यक है। एपीओ रवि सिंह व एडीओ पंचायत राजेश राय ने बताया कि ब्लाक में कुल 76 निगरानी समिति का गठन किया गया है। इस समिति में गांव का प्रधान, आशा, एएनएम, कोटेदार, प्राथमिक व जूनियर विद्यालय का प्रधानाध्यापक, सचिव, लेखपाल को स्थाई सदस्य बनाया गया है। इसके अलावा गांव के संभ्रांत लोगों को समिति का हिस्सा बनाया गया है।

इस दौरान ग्राम सचिव पंकज तिवारी, ज्योति स्वरूप, आशुतोष श्रीवास्तव, आफताब आलम, ललन प्रसाद, सत्यप्रकाश राय, मनोज,नित्यानन्द आदि सम्मिलित रहे।

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