गन्ना किसानों के बकाए का नहीं मिला भुगतान

देवरिया प्रतापपुर चीनी मिल पर गन्ना किसानों का 19.23 करोड़ रुपये बकाया है। रुपये नहीं मिलने से अधिकांश किसानों की दीपावली फीकी रही। उनका आरोप है कि बकाया भुगतान के प्रति शासन व प्रशासन के लोग ध्यान नहीं दे रहे हैं। भ्पैसा न मिलने से किसानों की दीवाली इस वर्ष फीकी रही।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 19 Nov 2020 11:45 PM (IST) Updated:Thu, 19 Nov 2020 11:45 PM (IST)
गन्ना किसानों के बकाए का नहीं मिला भुगतान
गन्ना किसानों के बकाए का नहीं मिला भुगतान

देवरिया: सदर विकास खंड के खोराराम निवासी गन्ना किसान गिरीश मणि त्रिपाठी का प्रतापपुर चीनी मिल पर 60 हजार रुपये बकाया है। वह भुगतान के लिए परेशान हैं लेकिन मिल प्रबंधन भुगतान नहीं कर रहा है। उन्हें दीपावली पर रुपये की सख्त आवश्यकता थी लेकिन नहीं मिला। दूसरे से कर्ज लेकर कार्य चलाना पड़ा। विक्रमपुर बांसपार निवासी गन्ना किसान गिरेन्द्र मणि त्रिपाठी का भी 55 हजार रुपये बकाया है लेकिन मिल प्रबंधन गन्ना मूल्य का भुगतान नहीं कर रहा है। उम्मीद थी कि दीपावली में पूरा भुगतान मिल जाएगा लेकिन नहीं मिला। जिससे वह काफी निराश हैं। यह दर्द सिर्फ इन्ही दोनों गन्ना किसानों का नहीं है। इनकी तादाद सैकड़ों में है। किसी को बच्चे की फीस भरनी है तो किसी को बीमारी में इलाज के लिए रुपये की आवश्यकता है। मिल प्रबंधन गन्ना किसानों का बकाया भुगतान नहीं कर रहा है। जिससे किसानों में आक्रोश है।

मिल ने 64 करोड़ 93 लाख 69 हजार रुपये का गन्ना किसानों से खरीदा था। प्रतापपुर चीनी मिल पर गन्ना किसानों का 19.23 करोड़ रुपये बकाया है। रुपये नहीं मिलने से अधिकांश किसानों की दीपावली फीकी रही। उनका आरोप है कि बकाया भुगतान के प्रति शासन व प्रशासन के लोग ध्यान नहीं दे रहे हैं। मिल प्रबंधन गन्ने से तैयार चीनी की विक्री कर जो धन मिल रहा है उससे किसानों का बकाया भुगतान कर रहा है।

कोट

बकाया गन्ना मूल्य भुगतान के लिए मिल प्रबंधन को नोटिस दी गई है। बकाया गन्ना मूल्य का अधिक से अधिक भुगतान हो इसके लिए प्रयास किया जा रहा है। आनंद कुमार शुक्ल, जिला गन्ना अधिकारी।

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