जिले में तीरंदाजी अकादमी के लिए जमीन की तलाश तेज

जिले के रुद्रपुर तहसील के कन्हौली गांव के रहने वाले संजीव कुमार सिंह ने पीपीपी माडल पर राष्ट्रीय स्कूल तीरंदाजी अकादमी की स्थापना के लिए खेल निदेशालय को 17 मई 2019 को पत्र लिखा था।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 14 Jun 2021 01:03 AM (IST) Updated:Mon, 14 Jun 2021 01:06 AM (IST)
जिले में तीरंदाजी अकादमी के लिए जमीन की तलाश तेज
जिले में तीरंदाजी अकादमी के लिए जमीन की तलाश तेज

देवरिया: जिले में राष्ट्रीय स्कूल तीरंदाजी अकादमी की स्थापना के लिए दो साल से तीन एकड़ भूमि की तलाश है। इसके लिए अर्जुन व द्रोणाचार्य अवार्डी पूर्व ओलंपियन संजीव कुमार सिंह ने पहल की है, लेकिन अभी तक निश्शुल्क भूमि उपलब्ध नहीं हो पाई है। डीएम आशुतोष निरंजन ने एक बार फिर संज्ञान लेते हुए भूमि उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।

जिले के रुद्रपुर तहसील के कन्हौली गांव के रहने वाले संजीव कुमार सिंह ने पीपीपी माडल पर राष्ट्रीय स्कूल तीरंदाजी अकादमी की स्थापना के लिए खेल निदेशालय को 17 मई 2019 को पत्र लिखा था। खेल निदेशालय के निर्देश पर तत्कालीन डीएम अमित किशोर ने दो सितंबर 2019 को तीन से पांच एकड़ भूमि उपलब्ध कराने का निर्देश एसडीएम सदर को दिया था। डीएम आशुतोष निरंजन तीरंदाजी अकादमी की स्थापना के लिए पहल की जा रही है। भूमि तलाशने का निर्देश एसडीएम को दिया गया है। निजी सहभागिता से अकादमी विकसित करने की बनी नीति

खेल निदेशक ने संजीव कुमार सिंह को अवगत कराया कि राज्य में निजी सहभागिता से खेल अकादमियों को विकसित करने के संबंध में नीति बनाई गई है। इंडोर खेलों के लिए एक से दो एकड़ व आउटडोर खेलों के लिए तीन से पांच एकड़ भूमि उपलब्ध कराई जाएगी। मान्यता प्राप्त खेलों में प्रत्येक खेल के लिए अधिकतम एक अकादमी विकसित करने के लिए भूमि उपलब्ध कराई जाएगी। भूमि का चिह्नांकन प्राधिकरणों या डीएम की तरफ से की जाएगी। आवेदक को भूमि निश्शुल्क उपलब्ध कराई जाएगी। भूमि के लिए खेल संघ, अंतरराष्ट्रीय स्तर के ऐसे खिलाड़ी जिन्होंने ओलंपिक, कामनवेल्थ गेम्स, एशियन, चार वर्ष में एक बार आयोजित होने वाली प्रतियोगिता विश्वकप में प्रतिभाग किया हो। उनको आवेदन करना होगा। निर्माण लागत व संचालन पर होने वाला खर्च आवेदक को वहन किया जाएगा। आवेदक को वित्तीय स्त्रोतों के संबंध में प्रस्ताव देते समय अवगत कराना होगा कि वह अकादमी के लिए सीएसआर के अंतर्गत भी सहायता प्राप्त कर सकते हैं। खेल अकादमी उन्हीं खेलों की स्थापित की जाएगी जो अखिल भारतीय ओलंपिक संघ से संबद्ध होंगे। अकादमी का निर्माण अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार होगी।

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