रेलवे से पहुंची डीएपी खाद, सीधे गोदाम पर भेजने का निर्देश

रबी की फसल बोआई के बीच खाद की किल्लत से किसान परेशान हैं। हर दिन सहकारी समिति के गोदामों का चक्कर लगाकर किसान लौट रहे हैं। गुरुवार को 45 गांवों में खाद तो पहुंची लेकिन चंद घंटों में ही खाद बिक गई।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 25 Nov 2021 11:53 PM (IST) Updated:Thu, 25 Nov 2021 11:53 PM (IST)
रेलवे से पहुंची डीएपी खाद, सीधे गोदाम पर भेजने का निर्देश
रेलवे से पहुंची डीएपी खाद, सीधे गोदाम पर भेजने का निर्देश

देवरिया: रबी की फसल बोआई के बीच खाद की किल्लत से किसान परेशान हैं। हर दिन सहकारी समिति के गोदामों का चक्कर लगाकर किसान लौट रहे हैं। गुरुवार को 45 गांवों में खाद तो पहुंची, लेकिन चंद घंटों में ही खाद बिक गई। डीएपी खाद लेकर रेलवे का रैक तो पहुंच गया, लेकिन माल गोदाम पर लाइन खाली न होने के चलते खाद उतारी नहीं जा सकी। जिला कृषि अधिकारी ने रैक से सीधे सहकारी समितियों पर खाद भेजने का निर्देश इफको के प्रबंधक को दिया है।

आमतौर पर 15 अक्टूबर से ही रबी की फसल बोआई शुरू हो जाती है, लेकिन इस बार बारिश के चलते खेतों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई थी, जिसके चलते खेतों की जोताई व फसलों की कटाई समय से नहीं हो सकी। इसलिए बोआई पिछड़ गई है। अब बोआई तेजी से शुरू हुई तो गोदामों पर खाद का किल्लत शुरू हो गई। जिला प्रशासन पर्याप्त खाद जिले में उपलब्ध होने का दावा तो करता रहा, लेकिन सहकारी समितियों पर इसकी किल्लत से किसान परेशान हैं। विभागीय कर्मचारियों का कहना है कि खाद गोदामों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी इफको प्रबंधक को है, लेकिन ट्रकों की कमी के चलते खाद समय से गोदामों पर नहीं पहुंच पा रही है। हर दिन किसान गोदामों पर पहुंच तो रहे हैं, लेकिन खाद की अनुपलब्धता के चलते उन्हें बैरंग लौटना पड़ रहा है।

हाल यह है भाटपाररानी तहसील के सुरजीपुर में सन्नाटा रहा। दूसरी तरफ रामपुर कारखाना क्षेत्र के सहबाजपुर साधन सहकारी समिति में किसानों ने खाद बीज के लिए परेशान रहे। जिला कृषि अधिकारी मुहम्मद मुजम्मिल का कहना है कि परसियां गोदाम में खाद भरी हुई है। खाद का रैक आ गया है। उस खाद को सीधे गोदाम पर भेजने का निर्देश दिया गया है। जिले में खाद की किल्लत नहीं है, खाद को गोदाम में पहुंचाने में थोड़ी दिक्कत हो रही है।

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