जर्जर परिषदीय विद्यालय भवनों को ध्वस्त करने की तैयारी
देवरिया के डीएम ने गठित की है तीन सदस्यीय समिति।
देवरिया: जिले के परिषदीय विद्यालयों के जर्जर भवनों को ध्वस्त करने की तैयारी शुरू हो गई है। डीएम अमित किशोर ने मूल्यांकन के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित की है। उन्होंने इस कार्य को प्राथमिकता से पूरा कराने का निर्देश दिया है।
जिले में परिषदीय विद्यालयों के जर्जर भवन कई बार हादसे का कारण बने हैं। इसको देखते हुए बीएसए कार्यालय ने जिले में जर्जर भवनों की सूची तैयार कराई है। नगर क्षेत्र में एक समेत सभी सोलह ब्लाकों में कुल 377 जर्जर भवन चिह्नित किए गए हैं। डीएम अमित किशोर ने ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के अधिशासी अभियंता टीएन राय के नेतृत्व में तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है, जिसमें लोक निर्माण विभाग और लघु सिचाई विभाग के एक-एक सहायक अभियंता बतौर सदस्य नामित किए गए हैं। डीएम ने समिति को जांच कर रिपोर्ट उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।
सर्वाधिक देवरिया सदर में 48 विद्यालय जर्जर
नगर क्षेत्र में महज एक और देवरिया सदर में सर्वाधिक 48 विद्यालय जर्जर हालत में है। सलेमपुर में पांच, लार में 27, भाटपाररानी में 33, भागलपुर में 38, भटनी में 18 और देसही देवरिया में छह, गौरीबाजार में 35, तरकुलवा में 15, बैतालपुर में 24, बनकटा में 39, पथरदेवा में 21, रामपुर कारखाना में 18 विद्यालय हैं। बरहज ब्लॉक में 18, भलुअनी में सात, रुद्रपुर में 24, पथरदेवा में 21 जीर्ण शीर्ण हालत में हैं।
जर्जर भवनों का ध्वस्तीकरण चल कराया जाएगा। इसके लिए डीएम ने समिति गठित की है। रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
संतोष कुमार राय, बीएसए