पार्क और खुले स्थान पर बनाए जाएंगे रिचार्ज पिट

देवरिया मानसून से पहले जल संरक्षण व वर्षा जल संरक्षण के लिए अभियान चलेगा।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 14 Apr 2021 01:19 AM (IST) Updated:Wed, 14 Apr 2021 01:19 AM (IST)
पार्क और  खुले स्थान पर बनाए जाएंगे रिचार्ज पिट
पार्क और खुले स्थान पर बनाए जाएंगे रिचार्ज पिट

जागरण संवाददाता, देवरिया: मानसून से पहले जल संरक्षण व वर्षा जल संरक्षण के लिए अभियान चलेगा। पार्क व खुले क्षेत्र में रिचार्ज पिट बनाए जाएंगे। वर्षा जल संग्रहण के लिए पारंपरिक जल स्त्रोतों, तालाबों, जलाशयों से अतिक्रमण हटवाया जाएगा। उसकी सफाई कराई जाएगी। राजस्व अभिलेखों में दर्ज पोखरो, तालाबों को संरक्षित किया जाएगा।

नई योजना बनाने से पहले क्षेत्र का सर्वेक्षण कराया जाएगा। 10 एकड़ से अधिक क्षेत्रफल की योजनाओं के लेआउट प्लान में पार्क व खुले क्षेत्र के लिए प्रस्तावित भूमि के अंतर्गत उपयुक्त स्थलों पर जलाशयों का निर्माण कराया जाएगा, जिसका कुल क्षेत्रफल एक फीसद होगा।

आवास एवं शहरी नियोजन अनुभाग के प्रमुख सचिव दीपक कुमार ने आठ अप्रैल को शहरी क्षेत्रों में मानसून के पूर्व जल संरक्षण व वर्षा जल संचयन के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने कहा है कि बाबा साहब डा.भीमराव आंबेडकर की जयंती 14 अप्रैल व स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त के दिन जल संरक्षण के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाने के साथ शपथ दिलाई जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 मार्च को शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में वर्षा जल के संचयन व संरक्षण के लिए जल शक्ति अभियान शुरू किया है, जिसका थीम कैच द रेन है। शहरों में भवन निर्माण व विकास उपविधि के तहत ग्राउंड वाटर के संरक्षण व रिचार्जिंग के लिए कार्रवाई अनिवार्य कर दी गई है। 300 वर्गमीटर व इससे अधिक क्षेत्रफल के भूखंडों की छतों व खुले स्थानों से प्राप्त होने वाले बारिश के जल का संचय किया जाएगा। इसके लिए रेन वाटर हार्वेस्टिग प्रणाली अनिवार्य की जाएगी। इसका कड़ाई से अनुपालन भी कराया जाएगा। इसके लिए जनपद स्तरीय अधिकारियों की टीम भी गठित की जाएगी, जो लगातार इसकी मानिटरिंग करेंगे और जहां जो कमी मिलेगी उसे दूर कराया जाएगा।

---

जिले में 102 तालाबों पर अवैध कब्जा

राजस्व अभिलेखों के मुताबिक देवरिया जिले में कुल 7703 तालाब, पोखरे व झील है, जिसका क्षेत्रफल 1722.58 हेक्टेयर है। अतिक्रमणमुक्त तालाबों की संख्या 7601 है, इसका क्षेत्रफल 1614.95 हेक्टेयर है। कुल 102 तालाबों पर अवैध कब्जा है, जिसका क्षेत्रफल 107.62 हेक्टेयर है। वर्ष 2020-21 में मनरेगा के तहत जिले में 365 तालाबों के सुंदरीकरण का लक्ष्य था, लेकिन 493 तालाबों का सुंदरीकरण कार्य कराया गया।

chat bot
आपका साथी