घरों में रहे लोग, सड़कों पर दिखा सन्नाटा

देवरिया में प्रदेश व्यापी बंदी के दौरान आवश्यक सेवा से जुड़े लोगों को छोड़ किसी को आने जाने नहीं दिया गया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 11 Jul 2020 10:33 PM (IST) Updated:Sat, 11 Jul 2020 10:33 PM (IST)
घरों में रहे लोग, सड़कों पर दिखा सन्नाटा
घरों में रहे लोग, सड़कों पर दिखा सन्नाटा

देवरिया: जिले में प्रदेश बंदी के पहले दिन सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। लोग घरों से बाहर नहीं निकले। सभी सरकारी कार्यालयों में ताले लटके रहे। प्राइवेट प्रतिष्ठानों को बंद रखा गया। आवश्यक सेवा से जुड़े व जरूरी काम से ही लोग बाहर निकले।

शासन ने शुक्रवार रात्रि दस बजे से 55 घंटे यानी सोमवार की सुबह पांच बजे तक प्रदेशव्यापी बंदी की घोषणा की है। आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति व सेवाओं को छोड़कर अन्य दुकानें या प्रतिष्ठान नहीं खोले गए। सिविल लाइन, न्यू कालोनी, मालवीय रोड, मोहन रोड समेत अन्य जगहों पर मेडिकल स्टोरों पर लोग दवा खरीदने पहुंचे थे। पेट्रोल पंप खुले थे, लेकिन ग्राहकों के न होने पर सूने पड़े थे। बिना कार्य के निकले लोगों को पुलिस ने लौटाया

पहले दिन पुलिस की काफी सख्ती दिखी। बिना काम के सड़कों पर निकले लोगों को पुलिस ने लौटा दिया। यूपी-बिहार बार्डर पर केवल लार के मेहरौना व सदर कोतवाली के करौंदी में बार्डर खुला है, वहां माल वाहक वाहनों के आनेजाने की अनुमति दी जा रही है। सुबह से ही शहर के सुभाष चौक, पुरवा चौराहा, कतरारी मोड़, रुद्रपुर मोड़, कसया रोड में पिकेट बनाकर पुलिस ने चेकिग शुरू कर दिया। इन चेक पोस्टों का खुद पुलिस अधीक्षक डा.श्रीपति मिश्र ने जायजा लिया। जिले में तीन सौ वाहनों का पुलिस ने चालान किया। वाहनों के लिए परेशान दिखे लोग

बंदी के दौरान काफी लोग परेशान दिखे। कुछ लोग बाहर से देवरिया तो पहुंच गए, लेकिन उन्हें जाने के लिए वाहन नहीं मिल रहा था। कुछ लोग अपने गन्तव्य तक पहुंचने के लिए घर से वाहन मंगाए तो कुछ लोग पैदल ही अपने घर के लिए चल दिए। एआरएम रोडवेज ओम कुमार मिश्रा ने कहा कि नियमित चलने वाली बसों को लॉकडाउन के चलते बंद कर दिया गया है। केवल ट्रेन से आने वाले यात्रियों को उनके गन्तव्य तक पहुंचाने के लिए बसों का संचलन किया जा रहा है।

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