ग्रामीण क्षेत्र के अस्पतालों में की जा रही आक्सीजन की व्यवस्था

आक्सीजन की सुविधा के साथ नौ बेड के अलावा अन्य 50 बेड की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। उन्होंने कहा कि ग्राम प्रधान बरसात के मौसम को देखते हुए अपने गांवों में साफ-सफाई रखें। जलजनित बीमारियों का खतरा अधिक रहता है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 13 Jun 2021 02:17 AM (IST) Updated:Sun, 13 Jun 2021 02:17 AM (IST)
ग्रामीण क्षेत्र के अस्पतालों में की जा रही आक्सीजन की व्यवस्था
ग्रामीण क्षेत्र के अस्पतालों में की जा रही आक्सीजन की व्यवस्था

देवरिया: कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि कोरोना संक्रमण के अलावा भी अन्य कई बीमारियों में आक्सीजन की जरूरत पड़ती है। इसी लिए ग्रामीण क्षेत्र के अस्पतालों में भी आक्सीजन की व्यवस्था की जा रही है। जिससे लोगों के जीवन को बचाया जा सके। वह शनिवार को गोद लिए सीएचसी पथरदेवा में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि आक्सीजन की सुविधा के साथ नौ बेड के अलावा अन्य 50 बेड की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। उन्होंने कहा कि ग्राम प्रधान बरसात के मौसम को देखते हुए अपने गांवों में साफ-सफाई रखें। जलजनित बीमारियों का खतरा अधिक रहता है। जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन, सीएमओ डा.आलोक पांडेय, उपजिलाधिकारी सौरभ सिंह, बीडीओ आलोक सिंह,प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. एके सिंह, संजय सिंह, सुब्रत शाही, जिला पंचायत सदस्य सृजित प्रताप सिंह, रमेश सिंह आदि उपस्थित रहे। सरकार के बेहतर प्रयास से मौत के आंकड़ों में आई कमी

देवरिया: कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि केंद्र में मोदी व प्रदेश में योगी सरकार की बेहतर कार्यशैली का परिणाम है कि मौत के आंकड़ों में कमी आई है। वह शनिवार को पथरदेवा विधानसभा क्षेत्र के तरकुलवा स्थित सीएचसी में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने सिजेंटा की तरफ से दिए गए 20 बेड, एक्स रे मशीन व सात आक्सीजन कंसंट्रेटर, छह आक्सीजन सिलेंडर का उद्घाटन किया। इस अवसर पर डीएम आशुतोष निरंजन, सीएमओ डॉ आलोक कुमार पांडेय, प्रभारी डा. अमित कुमार, बीडीओ डा. अशोक कुमार त्रिपाठी, जीवन पति त्रिपाठी, श्रीनिवास मणि त्रिपाठी, राम अशीष मौर्य, रितेश सिंह, मुरारी सिंह, मुन्ना यादव, मनोज भारती, पवन पाठक, धीरज मिश्रा, सुभाष यादव, रमेश गुप्ता आदि मौजूद रहे।

सीएमओ ने किया 11 डाक्टरों का स्थानांतरण

देवरिया: जिले की ग्रामीण क्षेत्र की चिकित्सा व्यवस्था को दुरूस्त करने के लिए जनहित में सीएमओ ने 11 डाक्टरों के कार्य क्षेत्र में फेरबदल किया है। इनमें कई डाक्टर ग्रामीण क्षेत्र के अस्पतालों में तैनात होकर अपनी सेवा अन्यत्र अस्पतालों में अटैच होकर दे रहे थे। इसके अलावा कई अस्पताल में डाक्टर नहीं थे, जहां डाक्टरों की सख्त आवश्यकता थी। डा. राजेश सिंह को चिकित्साधिकारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पचलड़ी रुद्रपुर से चिकित्साधिकारी पीएचसी मदनुपर, डा. एसएम त्रिपाठी को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सलेमपुर से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पयासी,

डा. उमेश पांडेय को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चेरो सलेमपुर से पीएचसी ककरौली लार, डा. असद खां को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पड़री बाजार से पीएचसी मंगराईच भटनी, डा. मिथिलेश यादव को पीएचसी नूनखार से पीएचसी ठेगवल दुबे, डा. हरिद्वार को चिकित्साधिकारी पीएचसी महुआडीह से पीएचसी बखरा गौरीबाजार, डा. पीएन तिवारी को पीएचसी पिपरा धौला पंडित से पीएचसी मईल भागलपुर, डा. डीके सिंह को पीएचसी भरहेचौरा भटनी को पीएचसी रघुनाथपुर भाटपाररानी, डा. आलोक भारती को पीएचसी मझौलीराज से पीएचसी चकिया बनकटा, डा. दिनेश को पीएचसी हेतिमपुर से पीएचसी पकहां पथरदेवा, विजय शंकर को पीएचसी रामपुर अवस्थी से पीएचसी बघौचघाट पथरदेवा तैनात किया गया है। सीएमओ डा. आलोक पांडेय ने कहा कि जनहित में यह तबादला किया गया है। चिकित्सकीय कार्यों में लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

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