सरयू खतरे के निशान से 25 सेमी ऊपर, दहशत में ग्रामीण

24 घंटे में सरयू नदी के जलस्तर में 25 सेंटीमीटर की वृद्धि दर्ज की गई बाढ़ की संभावना को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई

By JagranEdited By: Publish:Sun, 20 Jun 2021 11:36 PM (IST) Updated:Sun, 20 Jun 2021 11:36 PM (IST)
सरयू खतरे के निशान से 25 सेमी ऊपर, दहशत में ग्रामीण
सरयू खतरे के निशान से 25 सेमी ऊपर, दहशत में ग्रामीण

जागरण संवाददाता, बरहज, देवरिया : सरयू और राप्ती नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। सरयू नदी खतरे के निशान से 25 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। कपरवार संगम तट पर बाढ़ और कटान से बचाव कार्य अधूरा रहने से लोग चितित हैं। नदी के अंदर मिट्टी भरी बोरियां डालने के बाद पालीबैग की बोरियों का कार्य जलस्तर बढ़ने से नहीं हो पाया। जहां पालीबैग और पिलर लगा है, उन पिलरों में न तो तार बांधे गए और न ही झाड़ियां डाली गई हैं। जिसकी वजह से कटान का खतरा बढ़ गया है।

रविवार की शाम सरयू नदी खतरे के निशान 66.50 मीटर से ऊपर 66.75 मीटर पर प्रवाहित हो रही थी। नदी खतरे के निशान से 25 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। 24 घंटे में सरयू नदी के जलस्तर में 25 सेंटीमीटर की वृद्धि दर्ज की गई है। थानाघाट पर सीढि़यां बाढ़ की पानी से डूब गई हैं।

भदिला प्रथम गांव बाढ़ की पानी से चारों तरफ से घिरा हुआ है। लोगों का कहना है कि 1998 की भयंकर बाढ़ के बाद इस वर्ष सरयू जून में खतरे का निशान पार की है। उपजिलाधिकारी संजीव कुमार यादव ने बताया कि सरयू और राप्ती नदी का जलस्तर बढ़ रहा है। बाढ़ की संभावना को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। प्रशासन मुस्तैद है।

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जलस्तर में वृद्धि से दोआबा में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा

जासं,रुद्रपुर : राप्ती और गोर्रा लाल निशान कभी भी पार कर सकती हैं। दोनों के जलस्तर में 24 घंटे के दौरान 30 सेमी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। दोआबा के लोगों के अनुसार अगले 48 घंटे काफी अहम है। नदियां खतरे का निशान कभी पार कर सकती हैं। जलस्तर में वृद्धि से दोआबा में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। जिससे दोआबा के 52 गांवों पर कभी भी बाढ़ का कहर टूट सकता है। नदियों का पानी रतनपुर, ईश्वरपुरा, सचौली पटवनियां, नगवां, पिड़रा-भुसउल, पिड़री बेलवा जमींदारी बांध, तिघरा-मराक्षी, सिलहटा- करनपुरा सहित आधा दर्जन तटबंधों के किनारे दबाव बना रहा है।

रविवार की शाम राप्ती गेज स्थल भेड़ी के समीप 69.15 मीटर और गोर्रा पिड़राघाट के समीप 69.50 मीटर पर प्रवाहित हो रही है। गोर्रा खतरे के निशान से महज एक मीटर दूर रह गई है। शनिवार की शाम गेज स्थलों पर राप्ती 68.95 और गोर्रा 69.30 मीटर पर प्रवाहित हो रही थी। क्षेत्र के रामगोविद यादव, जय सिंह, सभापति गोड़, संजय लाल अनूप गुप्ता ने कहा कि नदी का बढ़ता पानी खतरे का संकेत दे रहा है। टीम गठित कर बचाव की मांग

बरहज: सपा नेता पीडी तिवारी रविवार को कटान प्रभावित गांव कटइलवा का जायजा लिया। बाढ़ खंड द्वारा कराए गए बचाव कार्यों में अनियमितता का आरोप लगाते हुए जिलाधिकारी से अभियंताओं और मजिस्ट्रेट की टीम गठित कर जांच की मांग की। इस मामले को राज्यपाल से अवगत कराने की बात कही। नदी की धारा में मिट्टी डालकर अनियमितता की गई है। मनमाने ढंग से किनारे की पक्की मिट्टियों को जेसीबी से खोद कर छोड़ दिया गया है। इस दौरान पूर्व नपाध्यक्ष वीरेंद्र गुप्ता, जिला सचिव राजेश यादव, हरिकेष यादव, राजन गुप्ता, दीपक यादव, विवेक मिश्र मौजूद रहे।

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