अब पात्रता की पहले होगी जांच, फिर मिलेगा आवास
जिला नगरीय विकास अभिकरण की तरफ से शहरी गरीबों को पीएम आवास दिए जाने के लिए सभी 11 नगरीय निकायों में शिविर लगाए गए थे। जिसमें कुल 11906 आवेदन आए।
देवरिया: शहरी गरीबों को आवास स्वीकृत किए जाने से पहले पात्रता की जांच होगी। इसके लिए सभी तहसीलों के एसडीएम की अध्यक्षता में कमेटी गठित की गई है, जो पात्र व अपात्र का विवरण तय प्रारुप पर भरकर 15 दिन के भीतर उपलब्ध कराएगी।
जिला नगरीय विकास अभिकरण की तरफ से शहरी गरीबों को पीएम आवास दिए जाने के लिए सभी 11 नगरीय निकायों में शिविर लगाए गए थे। जिसमें कुल 11906 आवेदन आए, जिसमें सदर तहसील के अंतर्गत आने वाले नगर पालिका देवरिया में 1772, बरियारपुर में 1072, गौरीबाजार में 229, रामपुर कारखाना में 440, सलेमपुर तहसील के अंतर्गत आने वाले नगर पंचायत सलेमपुर में 569, भटनी बाजार में 486, लार में 1526, मझौलीराज में 1968, भाटपाररानी तहसील के अंतर्गत नगर पंचायत भाटपाररानी में 391, बरहज तहसील अंतर्गत नगर पालिका गौरा बरहज में 1196, रुद्रपुर तहसील अंतर्गत रुद्रपुर नगर पंचायत में 1975 आवेदन प्राप्त हुए। जिला प्रशासन आवेदन करने वालों की पात्रता की जांच कराएगी। इसके बाद सूची तैयार की जाएगी। डीएम आशुतोष निरंजन ने प्रत्येक तहसीलों के एसडीएम की अध्यक्षता में कमेटी गठित की है, जिसमें संबंधित अधिशासी अधिकारी समन्वयक, प्रधानमंत्री आवास योजना के सीएलटीसी इंजीनियर सदस्य बनाए गए हैं।
पीओ डूडा विनोद कुमार मिश्र ने बताया कि डीएम ने पात्रता की जांच के लिए पांच कमेटी गठित की है, जिसमें प्रत्येक तहसील के एसडीएम अध्यक्ष बनाए गए हैं। कमेटी की रिपोर्ट मिलने के बाद स्वीकृति के शासन को भेजा जाएगा।
पारदर्शिता के लिए फोटोयुक्त डीपीआर होगा तैयार
इस बार पात्रों व अपात्रों की सूची नगर निकायों पर चस्पा की जाएगी। जिन गरीबों के आवास स्वीकृत होंगे, उनकी भूमि व फोटो के साथ डीपीआर तैयार की जाएगी। साथ ही पात्रों को फोटोयुक्त स्वीकृति पत्र भी दिए जाएंगे।