अब आनलाइन होंगी ग्राम समाधान दिवस की शिकायतें

ग्राम पंचायतों में आयोजित होने वाले ग्राम समाधान दिवस की शिकायतें अब आनलाइन करने की तैयारी शुरू कर दी गई है। जिलाधिकारी की पहल पर शिकायत को आनलाइन करने के लिए नया साफ्टवेयर तैयार किया जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 24 Oct 2021 11:38 PM (IST) Updated:Sun, 24 Oct 2021 11:38 PM (IST)
अब आनलाइन होंगी ग्राम समाधान दिवस की शिकायतें
अब आनलाइन होंगी ग्राम समाधान दिवस की शिकायतें

देवरिया: ग्राम पंचायतों में आयोजित होने वाले ग्राम समाधान दिवस की शिकायतें अब आनलाइन करने की तैयारी शुरू कर दी गई है। जिलाधिकारी की पहल पर शिकायत को आनलाइन करने के लिए नया साफ्टवेयर तैयार किया जा रहा है। नवंबर माह के अंतिम सप्ताह तक शिकायतों को आनलाइन करने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा।

विकास भवन स्थित गांधी सभागार में रविवार को पत्रकारों से वार्ता करते हुए जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन व पुलिस अधीक्षक डा.श्रीपति मिश्र ने कहा कि ग्राम समाधान दिवस का असर दिखने लगा है। इसके आयोजन से गांवों में ही दोनों पक्षों की आमने-सामने शिकायत सुन ली जा रही है और मौके पर ही निस्तारण कर दिया जा रहा है। इस समाधान दिवस के आयोजन होने से तहसील, थाने व ब्लाकों पर आने वाली शिकायतों की संख्या में काफी कमी आई है। संपूर्ण समाधान दिवस में भी इस आयोजन के होने से लोगों की संख्या कम आ रही है। यह साबित कर रहा है कि प्रशासन जनता के द्वार जाने से लोगों को अधिक से अधिक न्याय मिल रहा है। कहा कि ग्राम समाधान दिवस को और मजबूत करने के लिए स्वास्थ्य विभाग व अन्य विभाग के अधिकारी व कर्मचारी भी भेजे जाएंगे। दो मंगलवार को आयोजित हुए इस दिवस में कुल 3209 मामले आए, जिसमें से 2906 का मौके पर ही निस्तारण कर दिया गया। 90 फीसद से अधिक मामलों का निस्तारण होना और लोगों को न्याय दिलाने बहुत अच्छा कार्य है। इस मंगलवार को इस आयोजन को और वृहद किया जाएगा। 200 गांवों में समाधान दिवस का आयोजन किया जाएगा। जिसमें अधिकारी से लेकर जनप्रतिनिधि तक भी शामिल होंगे।

बारिश से किसानों का 12 करोड़ का नुकसान

लगातार हुई बारिश व बाढ़ के चलते किसानों की फसल बर्बाद हो गई है। प्रशासन द्वारा अभी तक के कराए गए सर्वे में 12 करोड़ 24 लाख रुपये से अधिक की फसल नुकसान हुई है। किसानों को मुआवजा 15 नवंबर के पहले देने की तैयारी है।

इस वर्ष बारिश ज्यादा हुई है। बारिश के चलते अभी भी कई जगहों पर जलभराव की स्थिति है और खेतों में बारिश का पानी जमा है। खड़ी फसलें खेतों में गिर गई हैं। काफी किसानों का नुकसान हुआ है। बाढ़ भी कहर ढा रही है। जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन ने बताया कि लेखपालों को लगाकर किसानों की बर्बाद हुई फसल का आंकलन कराया गया है। जिसमें भाटपाररानी तहसील के लगभग 1100 किसानों के 31 लाख 78 हजार, बरहज के 1059 किसानों के तीन करोड़ 36 लाख, रुद्रपुर के 24 हजार 165 किसानों के लगभग सात करोड़, देवरिया के साढ़े चार हजार किसानों के एक करोड़ 24 लाख, सलेमपुर के 2852 किसानों के लगभग 63 लाख रुपये की फसल बर्बाद हुई है। कुल 42 हजार 539 किसानों के 12 करोड़ 24 लाख रुपये की फसल नुकसान हुई है। अभी सर्वे चल रहा है। किसानों की संख्या में इजाफा भी हो सकता है। जिनका सर्वे पूरा करा लिया गया है। उन्हें 15 नवंबर तक मुआवजा देने की तैयारी है।

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